नई दिल्ली । कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अभी भी अलग-अलग अनुमान जताए जा रहे हैं। अधिकतर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अक्टूबर से नवंबर के बीच कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। देश में त्योहारी सीजन आने वाला है, ऐसे में भीड़भाड़ बढ़ने से कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सवाल केंद्र सरकार भी कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्क नजर आ रही है। इस बीच पिछले पिछले 24 घंटे में कोरोना के 34,403 नए मामले सामने आए हैं।
दिल्ली में त्योहारी सीजन में बढ़े थे केस
राजधानी में पिछले साल, त्योहारी सीजन के दौरान कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े थे। दिल्ली में 11 नवंबर को कोरोना संक्रमण के 8,500 से अधिक नए मामले सामने आए थे। हाल ही में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक के दौरान एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिया कि लोगों को त्योहारों को सरल तरीके से मनाया जाना जाहिए। एक्सपर्ट्स इस बात की आशंका जता रहे हैं कि त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ से कोरोना मामलों में उछाल आ सकता है। ऐसे में अब तक कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने में जो फायदा मिला है उसे गंवा सकते हैं।
आने वाले महीनों में सावधान रहने की जरूरत
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के वीके पॉल ने कहा कि लोग अनुमान लगाते हैं कि चुनौती कब बढ़ेगी तो वे अक्टूबर और नवंबर की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि यह त्योहारों का मौसम है। इसके साथ ही इस समय संक्रामक जुकाम के मामले भी बढ़ते हैं… तो आने वाली तिमाही में हम सभी से सावधान रहने और उस लाभ को बरकरार रखने का अनुरोध करते हैं जो हमने हासिल किया है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि अचानक से लोगों की भीड़ बढ़ना वायरस के फैलने के लिए अनुकूल स्थित होती है। लोग वैक्सीन लगवाने, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ ही जिम्मेदारीपूर्वक त्योहार मनाएं।
कोरोना गाइलाइंस के साथ ही टेस्टिंग पर जोर
एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने देखा कि दिल्ली में दैनिक कोविड -19 मामले वर्तमान में कम है। डॉ. गुलेरिया का कहना है कि लोगों को कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन जारी रखना चाहिए। शहर में इन्फ्लूएंजा के मामलों का जिक्र करते हुए, गुलेरिया ने कहा कि जल्द पता लगाने के लिए सख्ती से टेस्टिंग पर जोर दिया जाना चाहिए। एक अधिकारी ने डीडीएमए को बताया कि दिल्ली में जांच की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
देश के 34 जिलों में वीकली इन्फेक्शन रेट 10% से ज्यादा है। देश के 32 जिलों में यह आंकड़ा पांच से 10% के बीच है। सरकार ने कहा कि भारत में पिछले हफ्ते सामने आए कोविड-19 के कुल मामलों में से 67.79% केरल से सामने आए। केरल देश का एक मात्र राज्य है जहां कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या एक लाख से ज्यादा है।
केरल में भी मामलों में गिरावट
पॉल ने कहा, ‘कुल मिलाकर स्थिरता है और केरल में भी मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि मिजोरम को लेकर जरूर चिंता है लेकिन हमें उम्मीद है कि तेजी से वैक्सीनेशन से स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन महीनों में हमें सतर्क रहने की जरूरत है कि कोई बढ़ोतरी न हो और पता चलने पर इसे कम किया जा सके।
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