भिलाई : शिवा एकलव्य शिक्षण एवम कल्याण समिति, छत्तीसगढ़ द्वारा संचालित- एकलव्य IAS अकादमी, भिलाई मे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।
व्याख्यान माला के मुख्य अतिथि एवम वक्ता चेतस सुखडिया जी ने “भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का गौरवपूर्ण इतिहास” विषय पर अपना वक्तव्य रखते हुआ कहा कि- 21 वी सदी का भारत चुनौतियों से भरा हुआ जिसमें राष्ट्र विरोधी शक्तियों को नाकाम करने के लिए देश के युवाओं को भारत के स्वतंत्रता का इतिहास का ज्ञान होना अनिवार्य है।
चेतस ने प्राचीन भारत मे हुए विदेशी आक्रमणकारियों को पराजित करने वाले राजा पोरस, सम्राट चंद्रगुप्त की गौरव गाथा का उल्लेख किया और कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था मे इन महानायकों के वृहद अध्ययन और अध्यापन की आवश्यकता है।
युवाओं को झलकारी बाई, रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, वीर गुण्डाधुर, वीर नारायण सिंह जी के इतिहास को जानने के लिए प्रेरित किया। भारतीयों को दासता की जंजीरों मे जकड़ने वाले लॉर्ड मैकाले की शिक्षा व्यवस्था के अभिशाप बताते हुए ,क्रांतिकारी आंदोलन की नींव रखने वाले वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद, भगतसिंह के बलिदान को भी स्मरण किया ।
चेतस जी ने महात्मा गांधी जी के हरिजन अंक मे प्रकाशित लेखों का भी उल्लेख करते हुए कहा- कि आज भी गांधी जी की संकल्पना का भारत अधूरा है।
युवाओं को अपने व्याख्यान से प्रेरित करते हुए श्री चेतस जी भारत को पुन: विश्व गुरु बनाने और भारत के गौरवपूर्ण इतिहास को आत्मसात करने का संदेश दिया। इस व्याख्यान मे विशिष्ट अतिथि के रूप सत्येंद्र गुप्ता जी , अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कोचिंग एसोशिएशन एवम श्री भरत भम्भवानी जी, सचिव, छत्तीसगढ़ कोचिंग एसोशिएशन उपस्थित थे।
55 से अधिक संख्या मे युवाओं की सहभागिता रही। व्याख्यान माला का आयोजन एकलव्य IAS अकादमी, भिलाई के संचालक- आशीष कुमेटी, घनश्याम सिंह, श्रवण साहू ने किया ।
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