शहर के दयालबंद में स्वर्गीय श्री सुभाष चंद्र केसरी जी की स्मृति में श्रीमद भागवत महापुराण का आयोजन किया गया।इस मोक्ष प्रदाय ज्ञान यज्ञ में कथा का वाचन विख्यात कथा वाचक पंडित श्री सूर्यकांत तिवारी जी के द्वारा किया गया।इस संगीतमय ज्ञानयज्ञ का आयोजन 30 अगस्त से प्रारम्भ होकर 8 /09 /2021को विधि विधान से सम्पन्न हुआ,श्री हरी विष्णु के 24 अवतार एवं परीक्षित जन्म से प्रारम्भ इस कथा का समापन परीक्षित मोक्ष के साथ संपन्न हुआ।
कथा के दौरान श्री कृष्णा जन्म एवं कृष्ण रुक्मणि विवाह की अतयंत मनमोहक झाकियां भी प्रस्तुत की गयी तथा श्री हरी विष्णु के भक्तों ने हरी भजन में डूबकर इस महाआयोजन का आनंद लिया तथा बड़ी संख्या में भक्तजन इस मोक्ष्दायी ज्ञानयज्ञ में उपस्थित रहे।कथा के दौरान पंडित श्री सूर्यकांत तिवारी जी ने बताया की सनातन धर्म के 18 पवित्र पुराण हैं जिनमे से एक श्रीमद भगवत पुराण भी है।
यह जगत के पालक श्री हरी विष्णु के के धरती पर लिए गए 24 अवतारों के साथ उस दौरान उनके जीवन की कथा का भावपूर्ण वर्णन है।आगे पंडित जी ने बताया की श्रीमद भगवत कथा सुनना एवं सुनाना दोनों ही मोक्षदायनी हैं तथा आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
भागवत पुराण को मुक्ति ग्रन्थ कहा जाता है इसलिए अपने पितरों की शांति के लिए हर किसी को इसे आयोजित करना चाहिए इतना ही नहीं इस पवित्र पुराण की कथा को सुनने मात्र से भी मनुष्य के जीवन में रोग – शोक ,पारिवारिक अशांति आदि दूर होती है तथा मनुष्य आर्थिक सम्रृद्धि एवं खुशहाली प्राप्त करता है। इस महाआयोजन में रोज सैकड़ों की संख्या में भक्त ज्ञान रूपी प्रसाद ग्रहण करने पहुंच रहे थे।हवन ब्राह्मण भोज एवं भंडारे के साथ इस महायज्ञ का समापन हुआ.
इस कार्यक्रम मे उषा केसरी,शरद केसरी,राम केसरी,राकेश तिवारी,ऋषि केश केसरी,हृदेश केसरी,धर्मराज राठौर,रत्नेश केसरी,सन्नी केसरी,रौनक केसरी,स्वास्तिक तिवारी,सात्विक तिवारी,स्वर्णिम केसरी,राजवीर राठौर,समृद्ध केसरी आदि उपस्थित थे
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