कोरबा में महतारी एक्सप्रेस 102 और कार में जबरदस्त भिड़ंत… 9 घायल…

कोरबा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरबा (Korba) में जबरदस्त सड़क हादसा (Road Accident) हुआ है. महतारी एक्सप्रेस 102 और कार में तेज भिड़ंत हो गई. इससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. कार सवार 9 लोग घायल हो गए हैं. घटना कटघोरा के पास एनएच 130 पर सुतर्रा के करीब हुई. हादसा बीते शनिवार की रात करीब 8 बजे हुआ. बताया जा रहा है कि महतारी एक्सप्रेस बिलासपुर की ओर से आ रही मारुती स्वीफ्ट कार से एक अंधे मोड़ के पास टकरा गई. महतारी एक्सप्रेस एक शिशुवती महिला को छोड़ने जा रही थी.
सुतर्रा के पास अंधे मोड़ पर बिलासपुर (Bilaspur) की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार व महतारी एक्सप्रेस में जबरजस्त टक्कर होने से दोनों गाड़ी में बैठे लोग घायल हो गए. घायलों को कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायल 112 की मदद से भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार के बाद कोरबा व बिलासपुर अपोलो रेफर कर दिया गया. दोनों गाड़ियों की भिड़ंत में दो बच्चे, महिला सहित 9 सवार घायल हो गए हैं.
महिला और बच्चों को गंभीर चोट
घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल रवाना किया गया. बताया जा रहा है कि कार में बैठे बच्चे और महिला को गंभीर चोटें आई हैं. इसके अलावा महतारी एक्सप्रेस के चालक को भी गंभीर चोट आई है. डायल 112 की मदद से कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंच कर सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया. घटना का कारण साफ नहीं हो सका है. पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारण के पतासाजी में जुट गई है. कार में सवार लोगों व प्रत्यक्षदर्शियों से मामले में पूछताछ की जा रही है.
हादसे में घायल को मिली राहत
दूसरी तरफ कोरबा के ही एक अन्य मामले में दुर्घटना में तीन साल पहले अपंग हुए एक युवक का सहारा लोक अदालत बनी है. जिला सत्र न्यायाधीश ने खुद कार के पास जाकर सुनवाई की. मामले में राजीनामा के बाद फैसला दिया. लगभग तीन साल पहले सड़क दुर्घटना में घायल होकर अपंग हुए द्वारिका प्रसाद को बीस लाख रुपए की मुआवजा राशि देने का फैसला किया गया है. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह धायल होकर अपंग हुआ यह युवक अदालत में आने में असमर्थ था तो शनिवार को लोक अदालत के दौरान जिला सत्र न्यायाधीश बीपी वर्मा ने बीमा कम्पनी के वकीलों के साथ खुद न्यायालय परिसर में द्वारिका की गाड़ी के पास जाकर सुनवाई की. इस दौरान दोनों पक्षों ने दुर्घटना के बाद अपंग हुए द्वारिका को बीस लाख रुपए की क्षति पूर्ति देने पर राजीनामा कर सहमति जताई.