धर्मांतरण के मुद्दे पर बीजेपी अब आक्रामक मोड में नजर आ रही है। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर निशाना साधा। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण किया जा रहा है। हम इसे सहने वाले नहीं हैं और अब मामला सड़क से सदन तक पहुंचेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कोई व्यक्ति किसी को लालच देकर उसका धर्म बदलता है तो यह अपराध है। यही अपराध पूरे प्रदेश में हो रहा है। अब तक राजधानी जैसे इलाके इससे अछूते थे, मगर अब रायपुर में भी धर्मांतरण के मामले बढ़ चुके हैं। हम सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे। यह आग से खेलने वाली बात है। जिम्मेदारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
दिल्ली वाले आकाओं का इशारा
बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि भाटा गांव इलाके में धर्मांतरण की शिकायत लेकर सभी युवक पुरानी बस्ती थाने पहुंचे थे। पुलिस ने कुछ पादरियों को भी बुलाया, जिनके खिलाफ शिकायत थी। दोनों गुट थाने में आमने-सामने हुए तो पादरी ने युवकों को उकसाया। कहा कि हम थाने में बैठे हैं कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसी बात को लेकर दोनों गुटों में झड़प हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में सिर्फ धर्मांतरण की शिकायत लेकर पहुंचे युवकों के खिलाफ कार्रवाई हुई। उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया, जबकि दूसरे गुट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि ऐसा क्या दिल्ली में बैठे आकाओं के इशारे पर किया गया। क्या प्रदेश में धर्मांतरण भी दिल्ली वाले आकाओं की मर्जी से हो रहा है।
शांति मार्च निकालेगी भाजपा
शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता सड़क पर शांति मार्च निकालेंगे। यह सभी राज्यपाल के पास जाकर प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण के मामलों की जानकारी देकर, इसके पीछे काम कर रहे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। इस शांति मार्च में वर्तमान व पूर्व सांसद ,विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
दो युवकों को अब तक नहीं मिली जमानत
रविवार को थाने में पादरी की पिटाई के बाद संजय सिंह और मनीष साहू को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है। पिटाई करने वालों में कुछ युवक हिंदूवादी संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता भी थे। उसी दिन थाने के प्रभारी को हटा दिया गया और देर रात अचानक शहर के एसपी भी बदल दिए गए।
यह हुआ था उस दिन थाने में
पिछले कुछ दिनों से भाटागांव में सभाएं कर धार्मिक ग्रंथ बांटने और लोगों का धर्म बदलने की शिकायत लेकर युवा पुरानी बस्ती थाने पहुंचे थे। अपना पक्ष रखने आए पादरियों के साथ युवक भिड़ गए। बात इस कदर बिगड़ी की धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पुलिस पादरी को इंस्पेक्टर के कमरे में लेकर गई। यहां घुसकर युवकों ने पादरी को जूते से पीट दिया। छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम का महासचिव अंकुश बरियेकर की शिकायत पर पुलिस ने सम्भव शाह, शुभान्कर द्विवेदी, मनीष साहू, संजय सिंह, विकाश मित्तल, अनुरोध शर्मा, शुभम अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
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