मानसून की बेरुखी ने छत्तीसगढ़ में अगले एक-दो दिनों तक अच्छी बरसात की संभावनाओं को झटका दे दिया है। कल रात तक दक्षिण-मध्य छत्तीसगढ़ पर छाए घने बादल महाराष्ट्र की ओर चले गए। इन बादलों की वजह से ही सोमवार को बस्तर में भारी बरसात हुई थी। रायपुर में भी 69 प्रतिशत अधिक पानी बरसा। मौसम विभाग के मुताबिक आज हल्की से मध्यम श्रेणी की बरसात की ही संभावना है। बताया जा रहा है, ऐसी स्थिति 10 सितंबर तक बनी रह सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी वर्षा आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार सुबह से आज सुबह तक प्रदेश के दक्षिण-मध्य भाग में बरसात दर्ज हुई है। बस्तर संभाग के जिलों में सबसे अधिक बरसात हुई। बीजापुर के उसुर में सबसे अधिक 55.2 मिलीमीटर बरसात हुई है। दंतेवाड़ा के कटेकल्याण में 53.4, कोण्डागांव के माकड़ी और सुकमा के कोंटा में 46.5, कोण्डागांव के फरसगांव में 35, कांकेर के नरहरपुर में 32 और सुकमा के छिंदगढ़ में 31 मिलीमीटर बरसात की सूचना है।
मध्य क्षेत्र में बिलासपुर के मस्तुरी में सबसे अधिक 34 मिमी वर्षा दर्ज है। जांजगीर-चांपा के पामगढ़ में 28 मिमी, राजनांदगांव के अंबागढ़ में 28, डोंगरगढ़ में 26 और मानपुर में 25 मिमी बरसात हुई है। बालोद के डोंडी लोहारा में 31 मिमी और गुंडरदेही में 29 मिमी वर्षा रेकॉर्ड हुई है। दुर्ग में 29.6, धमतरी के कुरुद में 34.8, मगरलोड में 27, नगरी और धमतरी में 22-22 मिमी बरसात हुई है।
रायपुर शहर के तीन अलग-अलग केंद्रों पर 6.6 से 16.6 मिमी तक बरसात दर्ज हुई। रायपुर के आमानाक, रायपुरा, कुशालपुर जैसे कुछ हिस्साें में करीब 20 मिनट तक मूसलाधार बरसात हुई। आज भी दिन भर में रुक-रुक कर पानी बरसता रहा। रायपुर में शाम 5.30 बजे तक 15.1 मिमी पानी बरस चुका था। शाम तक राजनांदगांव में 12 मिमी, दुर्ग में 3.2, पेण्ड्रा रोड में 2.7 और बिलासपुर में 1.8 मिमी बरसात दर्ज हुई है।
बुधवार को हल्की से मध्यम बरसात संभव
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक सुस्पष्ट निम्न क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे लगे दक्षिण उड़ीसा के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, भीलवाड़ा, इंदौर, भोपाल, गोंदिया से निम्न दाब के केंद्र होते हुए पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक विंड शियर जोन भी 18 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। इसके प्रभाव में 8 सितंबर को प्रदेश कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी बन रही है।
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