
बसंतपुर रोड पर जय तुलसी नर्सिंग होम की बन रही नई बिल्डिंग के पोर्च का स्लैब मंगलवार शाम ढह गया। यहां ढलाई का काम जारी था। इस दौरान करीब 15 मजदूर काम पर लगे हुए थे, जिसमें से 6 मजदूर स्लैब गिरने से दबकर घायल हो गए। इनमें एक महिला मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं पांच घायल को इलाज के लिए दाखिल किया गया है। कुछ और मजदूर के दबने की आशंका में रात तक मलबा हटाने का काम जारी रहा। घटना मंगलवार शाम करीब 4.30 बजे हुई।
पांच मंजिला निर्माणाधीन हास्पिटल के पोर्च के लिए स्लैब की ढलाई का काम चल रहा था। ढलाई आधे से ज्यादा हो चुकी थी तभी अचानक सैंटरिंग का हिस्सा टूटा और पूरा स्लैब भरभराकर नीचे गिर गया। इनमें नीचे काम कर रही 35 वर्षीय ज्योति साहू, कमल सिंह (40), महेश साहू (35), टुमन लाल (22), राजेश ठाकुर (19) और लोमन ठाकुर (22) दब गए। इनमें ज्योति साहू सबसे निचले हिस्से में दबी हुई थी, जिसे करीब डेढ़ घंटे बाद बाहर निकाला गया। ज्योति को तत्काल हास्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृत महिला पर थी दो बच्चों की जिम्मेदारी
घटनास्थल पर काम करने वाले दूसरे मजदूरों ने बताया कि मृतका ज्योति ही अपना घर चला रही थी। उसके पति कभी-कभी आटो चलाने जाते हैं। ज्योति के 8 और 10 साल के दो बेटे हैं। मजदूरों ने बताया कि काम से लौटने के बाद ज्योति घर जाकर बच्चों के लिए खाना बनाती और तभी बच्चे खाना खाते।
घटना में ज्योति की मौत के बाद उसके बच्चे अपनी मां का इंतजार करते रह गए। रात करीब 9.30 बजे तक बच्चों को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। इधर हादसे के बाद ज्योति के घर में मातम छाया रहा। सहयोगी मजदूर परिजन को सांत्वना देते रहे।
मनमानी पर पूर्व में नोटिस भी जारी ठेकेदार ने कराई थी एफआईआर
निगम पने कुछ दिन पहले ही निर्माणाधीन बिल्डिंग के मालिक को नोटिस जारी किया था। नोटिस की वजह निर्माण में मनमानी को बताया गया था, सड़क पर मटेरियल डालकर निर्माण कराने से नालियां भी जाम हो रही थी। जिसे देखते हुए निगम प्रशासन की ओर से नोटिस दिया गया था, वहीं बिल्डिंग का काम कर रहा ठेकेदार भी काम छोड़कर भाग चुका है। बिल्डिंग मालिक ने ठेकेदार से मारपीट की थी, जिसकी एफआईआर भी थाने में हुई थी। इसके बाद से पूरा निर्माण खुद ही करा रहा था।
मजदूरों के भरोसे हो रहा था काम
घायल मजदूरों ने बताया कि बिल्डिंग में कोई भी तकनीकी जानकार नहीं था। बिल्डिंग का मालिक खुद ही पूरा निर्माण मजदूर बुलाकर करा रहे हैं। बताया गया कि नर्सिंग होम डॉ.विजय श्री जैन के द्वारा संचालित है। उन्हीं के द्वारा नई बिल्डिंग बनाई जा रही थी। स्लैब के लिए भी टेकराम पेटी ठेकेदार को काम दिया गया। जिनसे ही मजदूरों से सैंटरिंग कराई गई थी फिर ढलाई शुरू कर दी गई। मजदूरों, मिस्त्रियों के भरोसे काम चल रहा है।
महापौर, आयुक्त व निगम ईई भी पहुंचे, रात तक हटाते रहे मलबा
घटना की जानकारी लगते ही महापौर हेमा देशमुख, एडीएम सीएल मारकंडे, आयुक्त चंद्रकांत कौशिक और निगम के ईई दीपक जोशी मौके पर पहुंची। जिनकी मौजूदगी में मलबा हटाने का काम शुरु हुआ। सीएसपी एमएस चंद्रा पुलिस जवानों ने एक हिस्से में मोर्चा संभाले रहे। घटनास्थल में लोगों की भीड़ भी जुट गई। जिसे हटाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। रात 9 बजे तक मलबा हटाने का काम जारी रहा।