भिलाई : श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई में ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. एस. आर. रंगनाथन के 129 वीं जयंती के अवसर पर ग्रंथालय विभाग के द्वारा रंगनाथन जयंती समारोह का आयोजन महाविद्यालय के केन्द्रीय ग्रंथालय में किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता कॉपी किताब, कॉम की सहा प्रबंधक सुश्री कंचन सोनी थी।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्या डॉ. ( श्रीमती) रक्षा सिंह, महाविद्यालय के अति निर्देशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद रॉव एवं समस्त स्टॉफ ऑन लाइन माध्यम से जुड़े थे। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी का वृहद संग्रह महाविद्यालय ग्रंथालय को समृद्धता प्रदान करता है कोविड 19 के दौरान यह वरदान साबित हुआ है, क्योंकि इसमें सभी छात्र-छात्राएं घर में रहकर ही अध्यापन का कार्य संपन्न कर रहे थे जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, परंतु डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से अध्ययन करके अपने समय का सदुपयोग करते हुए परीक्षा परिणाम में भी बेहतर प्रदर्शन कर सके हैं।
डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से छात्र छात्राओं को पुस्तकालय से ऑनलाइन प्रश्न पत्र एवं प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित तैयारी के लिए भी संपूर्ण पाठ्य सामग्री का संकलन प्राप्त होता है छात्र छात्राएं 24 घंटे इसका उपयोग कर सकते हैं इसके अतिरिक्त प्राध्यापकों द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन वीडियो लेक्चर भी प्रदान किए जाते हैं जिसका छात्र छात्रा कई बार अवलोकन करके अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं।
महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्या डॉ. ( श्रीमती) रक्षा सिंह ने कहा कि भारत में ग्रंथालय विज्ञान के जनक की आज 129 वी जयंती है और ग्रंथालय विज्ञान के क्षेत्र में इनका योगदान भारत के साथ संपूर्ण वि व मानता है। महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद रॉव ने कहा कि किसी भी बेहतर शैक्षणिक संस्था एक बेहतर ग्रंथालय के बिना अधुरी है।
महाविद्यालय के लाइब्रेरियन डॉ. ओ.पी. पटेल ने छात्रों को ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. रंगनाथन के संक्षिप्त जीवन परिचय से अवगत करवाते हुए जानकारी दी कि भारत के ग्रंथालय की आज के परिपेक्ष्य में जो दशा एवं दिशा है इसमें रंगनाथन जी का विशेष योगदान रहा है। वर्तमान युग को ई-संसाधनों का युग कहा जाता है और पेपरलेस ग्रंथालय की कल्पना की जा रही है।
इसी तारतम्य में महाविद्यालय ग्रंथालय द्वारा सुविधाओं का विस्तार करते हुए हाइब्रिड लाइब्रेरी स्थापित की गयी है। जिसमें छात्रों को पुस्तकें एवं अन्य रिडिंग मटेरियल भौतिक स्वरूप के साथ-साथ इलेक्ट्रानिक स्वरूप में भी उपलब्ध है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं छात्र छात्राएँ वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। समारोह का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ओ. पी. पटेल किया।
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