रायपुर: सन् 2014 से पहले देश के इतिहास में बनी केन्द्र सरकारें कभी सोच भी नहीं सकती थीं कि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं एवं बेटियों के लिए कोई सरकार स्वच्छता अभियान चलाकर शौचालयों का निर्माण करेगी किंतु यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माताओं और बहनों के दर्द को समझकर शौचालयों का निर्माण करवाकर लाखों की संख्या में घर से खेत की ओर जाने वाली महिलाओं को राहत दिलाई।
सन् 2024 तक प्रत्येक घर में जल जीवन मिशन के जरिए शुद्ध जल की आपूर्ति पहुंचाने का प्रधानमंत्री का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में राज्य सरकारों के साथ केन्द्र सरकार भी अथक प्रयास कर रही है। उक्त जानकारी पहुना में आयोजित पत्रकारवार्ता में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत समीक्षा बैठक में संक्षिप्त प्रवास में राजधानी पहुंचे केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने दी।
शेखावत ने पत्रकारवार्ता में बताया कि सन् 2014 से पहले पूरे देश में केवल 32 प्रतिशत महिलाओं के लिए ही शौचालय की सुविधा उपलब्ध थी। इसी तरह पेयजल शुद्ध उपलब्ध कराना भी राज्यों के साथ केन्द्र के लिए कठिन चुनौती थी। केन्द्र सरकार ने राज्यों के माध्यम से अब तक 74 जिलों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने में प्रत्येक ग्राम के नागरिक को सफलता पाई है।
उन्होंने कहा कि शौचालय से निकलने वाले गंदे पानी को रिसायकल कर उसका अन्य उपयोग भी औद्योगिक क्षेत्रों में किया जा रहा है। साथ ही बेकार पानी अगर धरती के भीतर जाता है तो उससे जलस्तर बढ़ाने में भी सफलता मिल रही है। छत्तीसगढ़ की चर्चा करते हुए शेखावत ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत प्रदेश का स्थान तीसवें स्थान पर हैं।
मुख्यमंत्री से आज हुई चर्चा में नरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत 45 लाख घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कि नदी जोड़ो योजना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का सपना था। इस पर भी केन्द्र सरकार का काम बाढग़्रस्त नदियों के जल के हिस्से को रोककर बांधों की ओर मोडऩा है।
उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल नि:शुल्क वाटर टैंक के जरिए प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध कराना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों को फंड की कमी जल जीवन मिशन के लिए नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक का हवाला देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वे आश्वस्त होकर दिल्ली लौट रहें हैं कि राजधानी सहित आदिवासी क्षेत्रों में भी आने वाले समय में राज्य सरकार के माध्यम से शुद्ध पेयजल नागरिकों को मिलेगा।
कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के दौर में विश्व के साथ कदम से कदम मिलाकर नि:शुल्क वैक्सीनेशन करने वाला भारत ऐसा एकमात्र देश है जिसमें विश्व स्तरीय इस आपदा का सामना त्वरित गति से किया है। तीसरी लहर की चर्चा करते हुए शेखावत ने कहा कि बच्चों के लिए दर्द विहीन टीकों का निर्माण जारी है।
21 वीं सदी का इतिहास जब लिखा जाएगा तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई का उल्लेख स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। पत्रकारवार्ता में पूर्व जल संसाधन मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल उपस्थित थे।
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