छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सावन लगते ही अच्छी बारिश हुईथी। लगातार चार दिनों तक रिमझिम बारिश की फुहार की झड़ी लगी रही। लेकिन रविवार से आसमान में सिर्फ बादल छाए हुए हैं। और थोड़ी बूंदा-बांदी हो रही है। औसत देखा जाए तो दुर्ग जिला इस साल कम बारिश से प्रभावित है। मौसम विभाग ने बताया कि आगामी 48 घंटों में भी बारिश होने की संभावना कम है। अगर होती भी है तो कुछ ही इलाके में बहुत ही कम होगी।
बारिश का गहराता संकट
जिले में बारिश का संकट गहराता जा रहा है। मौसम वैज्ञानिक एच.पी.चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका बन रही है। लेकिन मानसून का औदाब जिसे मानसून डिप्रेशन कहते हैं, हर साल सरगुजा से होकर गुजरता है। लेकिन इस साल झारखंड़,बिहार और उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रहा है इसलिए यहां बारिश नहीं है। हालांकि अभी औदाब की स्थिति जो बन रही थी वो खत्म हो गई है। अभी सिस्टम नार्थ -वेस्ट से लगे हुए मध्यप्रदेश में पहुंचा है। फिलहाल कोई दूसरा सिस्टम बनता दिख नहीं रहा है। इसके चलते दुर्ग व रायपुर में बारिश होने की संभावना कम ही है।
दो दिन से आसमान पर छाए हुए हैं बादल
दुर्ग जिले में इन दिनों आसमान में बादलों की उपस्थिति लगातार बनी हुई है। सोमवार को आसमान में 87 फीसदी बादल छाए। सुबह वातावरण में नमी की मात्रा 78 फीसदी और शाम को 68 फीसदी रही। हवा की औसत गति 6 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। इस तरह हवा की गति में लगातार उतार-चढ़ाव बना रहा। वातावरण में अब नमी की मात्रा में बढ़ी है लेकिन मौसम विभाग के अनुसार, अभी जिले में बारिश की दो दिनों तक कोई संभावना नहीं है।
48 घंटे बाद बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक दो दिन बाद इलाके में बारिश हो सकती है। एक मानसून द्रोणिका अलवर से उत्तर बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इसके यहां पहुंचने और सक्रिय होने में 48 घंटे का समय लगेगा। इसके बाद हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है।
बारिश के 7 दिनों के आंकड़े
जिले में पिछले 5 दिनों में बारिश रुक-रुक हो रही थी। लेकिन वो भी दो दिनों से बिल्कुल नहीं हुई है। ऐसे में किसानों को आने वाले समय में अपनी फसलों के लिए पानी की क़िल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
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