नई दिल्ली. केंद्र की सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) के खिलाफ विपक्षी दलों में एकता (opposition unity) बनाने की कोशिशें एक बार फिर शुरू हो गई हैं. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है कि कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी मोर्चा नहीं बन सकता है. तृणमूल कांग्रेस (TMC), सपा और एनसीपी को अपने अहंकार को छोड़कर एक साथ आना होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि बंगाल की जनता ने देश को अच्छा संदेश दिया है. चुनाव नतीजों ने दिखाया है कि जनता सेक्युलरिज्म में विश्वास करती है. जनता ने ममता बनर्जी के कार्यों के लिए वोट किया. बीजेपी की हर कोशिश बंगाल में फेल रही. आरजेडी नेता ने कहा कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शरद पवार (Sharad Pawar) के साथ हमारी मुलाकात होती रहती है और समय-समय पर हम मिलते रहते हैं. हर किसी को देश की चिंता है. जल्द ही हम एक रणनीति के साथ सामने आएंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा, “मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हम सभी दलों को एक साथ आना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा अभियान जनता तक पहुंचे. हमें हर राज्य में एक साथ आना चाहिए और लोगों को बताना चाहिए कि सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए, मुद्दे क्या थे… और अभी तक हम जनता को इस बारे में समझाने में नाकाम रहे हैं तो इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं हमारी गलती रही है. हमें ‘एक’ पार्टी के रूप में कोई नहीं देखता. इसलिए हमें एक अपने अहंकार और मतभेदों को दूर करना होगा कि किस व्यक्ति को क्या पोस्ट मिलेगा. यह सब भूलकर आगे बढ़ना होगा. अगर देश बचा रहेगा तो हमें पद मिलेगा, लेकिन बीजेपी कुछ और समय के लिए सत्ता में बनी रही तो देश ही नहीं बचेगा.”
चिराग पर क्या बोले तेजस्वी यादव
बिहार में चिराग पासवान की भविष्य की राजनीति पर इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने हमेशा नीति निर्णायक फैसलों में युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी पर जोर दिया है. चिराग पासवान के साथ हमारे अच्छे रिश्ते हैं और मेरे पिताजी के भी स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के साथ अच्छे रिश्ते रहे हैं. यूपीए-1 के दौरान दोनों ने मिलकर काम किया है. मीडिया के जरिए भी हमने हमेशा कहा है कि चिराग पासवान को अपनी आइडियोलॉजी में और ज्यादा स्पष्ट होने की जरूरत है. भविष्य की किसी भी राजनीति के संदर्भ में फैसला उन्हीं को लेना है.
नीतीश पर विश्वास नहीं कर सकतेः तेजस्वी
नीतीश कुमार के बारे में तेजस्वी ने कहा कि उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. हमने उनको एक मौका दिया था, लेकिन वहीं हुआ, जिसके लिए वे जाने जाते हैं. कैबिनेट विस्तार के समय भी उन्होंने यू-टर्न ले लिया. उनके शब्दों पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. हमारे पास कोई मशीन नहीं है, जिसके जरिए यह पता किया जा सके कि नीतीश कुमार हमारे साथ आएंगे और फिर पलटी नहीं मारेंगे.
यूपी चुनाव के लिए विपक्ष को सलाह देने के बारे में तेजस्वी यादव ने कहा, “मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि क्या होना चाहिए. बाकी क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं पर निर्भर है. मैं किसी पर भी दबाव नहीं दे सकता. मैं किसी का गठबंधन नहीं करा सकता. कौन सहमत है. किसको साथ आना चाहिए, किसको नहीं, ये उनका फैसला है. लेकिन, एक चीज है. भविष्य में जब भी इतिहास पढ़ा जाएगा, लोग हमें माफ नहीं करेंगे.”
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