लाेगाें काे वीडियाे काॅल के जरिए ब्लैकमेलिंग कर पैसे ऐंठने का काम देश के अन्य जगहों की तरह बिलासपुर में काफी सक्रिय हाेता जा रहा है। शहर के कई लोग इस ब्लैकमेलिंग का शिकार अब तक हो चुके है। यह ब्लैकमेलिंग फेसबुक से शुरू होकर व्हाट्सएप पर खत्म होती है। इसमें व्हाट्सएप के जरिए वीडियाे काॅल कर अश्लील वीडियाे दिखाकर व्यक्ति की आपत्तिजनक वीडियो रिकाॅर्डिंग की जाती है।
इसके बाद उस व्यक्ति से पैसाें की डिमांड की जाती है। ऐसे मामलों में इज्जत बचाने के लिए लाेग मुंह मांगी कीमत दे रहे हैं। इसका शिकार हुए लाेग सीधा पुलिस के पास जाने से भी कतरा रहे हैं और पुलिस की तरफ से जारी किए हेल्पलाइन नंबर या साइबर सेल के अधिकारियाें काे सीधे ई-मेल के जरिए शिकायत दर्ज करवा रहे हैं।
बिलासपुर में एक महीने के अंदर आ चुके 15 से अधिक मामले
साइबर सेल प्रभारी सीएसपी निमेष बरैया ने बताया कि बिलासपुर में एक महीने के अंदर ऐसे करीब 15 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन लाेग अपनी इज्जत की खातिर मामला दबाए रखते हैं और FIR दर्ज कराने से डरते है। ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए कई लोगों ने बताया कि उन्हें एक लड़की के नाम पर बनी सोशल साइट की आईडी से रिक्वेस्ट आई। दाे-चार दिन चैटिंग की जाती है। बाद में उनसे व्हाट्सएप नंबर मांगा जाता है और फिर वीडियो कॉल की जाती है। व्हाट्सएप पर आई वीडियाे काॅल उठाते हुए अश्लील वीडियाे शुरू हाे जाती है। इसके बाद वीडियाे काॅल के दौरान निर्वस्त्र हाेने का मैसेज आता है। जैसे ही व्यक्ति निर्वस्त्र होता है उसकी रिकॉर्डिंग कर ली जाती है। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू होता है। वीडियो शेयर करने की धमकी देकर पैसों की डिमांड की जाती है।
बदनामी के डर से दे देते है मुंह मांगी कीमत
इसके लिए किसी से 11 हजार, किसी से 6 हजार ताे किसी से 80 हजार रुपए तक मांग की गई है। बदनामी के डर लोग ऑनलाइन पैसे भी सैंड कर देते हैं। नाम न उजागर करने की शर्त पर बिलासपुर के एक व्यापारी ने बताया कि आरोपियों के मैसेज अकसर रात 11 बजे के बाद ही आते हैं। फाेन काॅल पर व्यक्ति ही बात करता है और हर काॅल अलग नंबर से आती है। पीड़ित के साथ लॉकडाउन के वक्त अप्रैल महीने में यह घटना घटी थी। जिसमे उसने आरोपियों को 80 हजार रूपए तक सेंड कर दिए थे। उस वक्त पीड़ित ने तारबहार थाने में आवेदन पेश किया था लेकिन लोक लाज के डर से FIR दर्ज नहीं करवाई थी।
लोग रहें अवेयर : एएसपी उमेश कश्यप
बिलासपुर शहर एएसपी उमेश कश्यप ने कहा कि ऐसे फ्राॅड मामले बिलासपुर सहित पूरे देश मेंं आ रहे हैं। यह नया साइबर क्राइम सामने आया है। यह गिरोह झारखंड, वेस्ट बंगाल, बिहार और राजस्थान आदि से संबंधित हैं। इन लाेगाें काे ट्रैप करना आसान नहीं हाेता, क्याेंकि वह सभी फेक आईडी और नंबराें से सिस्टम ऑपरेट करते हैं। एएसपी ने बताया कि वीडियाे काॅल के जरिए फ्राॅड के मामले ताे कई हैं, लेकिन लाेग इसकी शिकायत के लिए सामने नहीं आते। अंत में उन्होंने कहा कि लाेगाें काे अवेयर रहना चाहिए।
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