
छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए बड़े प्रशासनिक फेरबदल के बाद अब एक और बदलाव की तैयारी की जा रही है। खास बात ये है कि इस बार राज्य सरकार के कुछ सबसे वरिष्ठ अधिकारी सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इन अधिकारियों के स्थान पर नई पोस्टिंग होने वाली है। दूसरी ओर नौकरशाही के जानकारों का कहना है कि इस बार के फेरबदल को लेकर अधिकारियों के बड़े वर्ग में एक तरह की छटपटाहट है। वजह ये बताई जा रही है कि पिछले बदलाव के दौरान कुछ अधिकारियों ने मनपसंद स्थान के लिए पूरा जोर लगाया था लेकिन सरकार की दृढ़ता व स्पष्ट नीति के कारण किसी की जोर-आजमाईश काम नहीं आई।
कई बड़े अफसरों के पद होंगे खाली छत्तीसगढ़ में भारतीय प्रशासनिक सेवा के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से एक सीके खेतान इसी महीने 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। श्री खेतान वर्तमान में छत्तीसगढ़ राजस्व मंडल के अध्यक्ष हैं। भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मुदित कुमार सिंह वर्तमान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक हैं। उनका रिटायरमेंट भी जल्द होने वाला है। इनके अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सोनमणि वोरा केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए रिलीव किए जाएंगे। श्री वोरा सचिव स्तर के अधिकारी हैं। उनका स्थान भी रिक्त होने वाला है।
नहीं चला किसी का दांव-पेंच
राज्य में प्रशासनिक फेरबदल के दौरान अक्सर ये देखने में आया है कि कुछ अधिकारी किसी भी प्रकार के जोड़तोड़ से अपनी पसंद का पद हासिल करने में कामयाब होते रहे हैं, लेकिन हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा तथा भारतीय पुलिस सेवा के कई अधिकारियों के तबादले और नई पदस्थापनाओं के आदेश जारी किए गए थे। इन दोनों प्रशासनिक फेरबदल की सूची सामने आने के बाद साफ हुआ कि सरकार ने अधिकारियों की कार्यशैली, कार्यक्षमता, वर्तमान प्रदर्शन तथा आने वाले दिनों की प्राथमिकता के मद्देनजर ट्रांसफर-पोस्टिंग की है। इन स्थितियों को देखने व जानने वाले उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि इस वजह से कई ऐसे अधिकारी जो नई पोस्टिंग की प्रक्रिया के दौरान अपने लिए बेहतर स्थान की जोड़तोड़ में लगे हैं उनके बीच छटपटाहट है।