रोहित की हत्या के बाद हार्ट अटैक का रूप देने प्लान बना चुकी थी अपूर्वा…नहीं कर पाई हिम्मत…फिर….

अपूर्वा ने रोहित की हत्या करने के बाद उसे हार्ट अटैक का रूप देने का प्लान बना लिया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि अपूर्वा स्वयं शोर मचाकर परिवार के सदस्यों को सूचना देना चाहती थी, लेकिन वह रोहित की हत्या के बाद हिम्मत नहीं जुटा पाई और उसे अपने फंसने का डर लगा। यही कारण है कि रोहित की हत्या के बाद वह अपने कमरे में चली गई, ताकि लगे कि रोहित की सोते हुए मौत हुई है। पुलिस की जांच में इस तथ्य का खुलासा हुआ है।
अपूर्वा ने 15 अप्रैल की रात करीब एक बजे रोहित की दोनों हाथों से गला, मुंह व नाक दबाकर हत्या कर दी थी। वह पौने घंटे तक रोहित के कमरे में रही। रात पौने दो बजे वह रोहित के कमरे से अपने कमरे में चली गई थी। रातभर बेचैन रही और करवटें लेती रही। देर रात वह सो गई थी। अपूर्वा ने पुलिस को बताया कि रोहित की हत्या के समय उसकी नाक से खून नहीं आया था। रोहित की नाक से खून बहुत बाद में आया होगा।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले दिन यानी 16 अप्रैल को सुबह 11 बजे अपूर्वा रोहित के कमरे में गई और शोर मचाकर ये खुलासा करना चाहती थी कि रोहित की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। अपूर्वा ने ये सोचा था कि वह यही कहेगी कि वह रोहित के कमरे में मोबाइल का चार्जर लेने गई थी, तभी उसने देखा कि रोहित मृत पड़ा हुआ है, मगर वह हिम्मत नहीं कर पाई थी। उसे डर लगा कि वह फंस जाएगी। इसके बाद वह नीचे चली गई। नीचे सास उज्जवला थी।
वह उज्जवला के साथ नीचे बातें करती रही। सास उज्जवला ने अपूर्वा से पूछा कि रोहित कहा हैं तो अपूर्वा ने बताया कि सो रहा है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने बताया कि रोहित लेट सोता था और देर से उठता था। ऐसे में रोहित को कोई जगाता नहीं था। 16 अप्रैल को नौकर गोलू कहीं चला गया था। इस कारण देर होने पर रोहित को जगाने कोई गया नहीं था।