कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष (Punjab Congress Chief) नियुक्त किया है. उनके साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं. नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर (Captain Amarinder Singh) के बीच पिछले लंबे समय से तनातनी जारी थी.
मुख्यमंत्री और उनके कई समर्थक विधायक-सांसद नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) की कमान दिए जाने के खिलाफ थे. पिछले कई दिनों में दिल्ली से लेकर पंजाब तक, बैठकों का दौर चलता रहा. पार्टी ने जिन चार नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है, उनमें कुलजीत नागरा, सुखविंदर सिंह डैनी, संगत सिंह और पवन गोयल का नाम शामिल है. कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिद्धू के साथ चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति करते हुए जाति और क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की है.
पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू राज्य के प्रमुख नेताओं में से एक हैं. क्रिकेट से राजनीति में आए सिद्धू पंजाब सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वे बीजेपी की ओर से अमृतसर लोकसभा सीट से 2004 से लेकर 2014 तक सांसद भी रह चुके हैं. इसके बाद, वे कुछ समय तक राज्यसभा के भी सदस्य रहे.
बीजेपी में लंबे समय तक राजनीति करने वाले सिद्धू ने तकरीबन साढ़े चार साल पहले कांग्रेस का दामन थामा था. पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सरकार में मंत्री पद दिया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री के साथ विवाद पैदा होने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से सिद्धू की नाराजगी जग-जाहिर रही है. दोनों लगातार एक-दूसरे को विभिन्न मुद्दों पर लंबे समय तक घेरते रहे हैं.
क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू टीवी में भी रहे सक्रिय
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू काफी लोकप्रिय हैं. वे न सिर्फ 17 सालों तक क्रिकेटर रहे, बल्कि उसके बाद उन्होंने टेलीविजन के छोटे पर्दे पर भी अपनी पहचान बनाई. टीवी पर कॉमेंट्री करने के अलावा, सिद्धू लोकप्रिय रियलिटी शो बिग बॉस का भी हिस्सा रहे हैं. इसके अलावा, सिद्धू कपिल शर्मा के कॉमेडी शो समेत कई कॉमेडी शोज के लंबे वक्त तक जज रहे हैं. पंजाब के पटियाला में जन्मे नवजोत सिंह सिद्धू साल 1983 से 1999 तक टीम इंडिया का हिस्सा रहे. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेल कर डेब्यू करने वाले सिद्धू ने कुल 51 टेस्ट मैच और 136 वनडे मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट में 3202 तो वनडे में 4413 रन बनाए हैं. वहीं, राजनीति में बीजेपी के बाद कांग्रेस में आने वाले सिद्धू को कांग्रेस आलाकमान का काफी करीबी माना जाता रहा है. पूरे पंजाब संकट के दौरान उन्होंने कई बार दिल्ली की यात्रा की थी, जिस दौरान उनकी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सांसद राहुल गांधी से भी मुलाकात हुई थी.
पहली बार 2017 में पंजाब विधानसभा पहुंचे सुखविंदर सिंह डैनी
पंजाब कांग्रेस की नवजोत सिंह सिद्धू को कमान देने के अलावा पार्टी आलाकमान ने चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए हैं. इनमें एक सुखविंदर सिंह डैनी हैं. इन चारों कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए काफी अहम मानी जा रही है. सुखविंदर सिंह डैनी माझा क्षेत्र से आने वाले दलित नेता हैं. पंजाब में दलित वोटर्स की अच्छी-खासी संख्या होने के चलते सुखिविंदर सिंह डैनी को अहम जिम्मेदारी दी गई है. डैनी का जन्म साल 1977 में हुआ था. सुखविंदर पहली बार साल 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने हैं. वे साल 2009 में फरीदकोट सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. डैनी साल 2005 से 2014 तक यूथ कांग्रेस का वाइस प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं.
कौन हैं कुलजीत नागरा
पंजाब के मालवा क्षेत्र से आने वाले कुलजीत सिंह नागरा जाट सिख हैं. वे साल 2012 और 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. साल 1995 से लेकर 1997 तक नागरा पंजाब यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्री भी रहे हैं. फतहगढ़ साहिब से पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कुलजीत का जन्म साल 1965 में हुआ था. वे पेशे से बिजनेसमैन भी हैं और राजनीतिक, सामाजिक आदि चीजों में दिलचस्पी रखते हैं. इन सबके अलावा कुलजीत नागरा पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के चेयरमैन और प्रेसिडेंट समेत कई अन्य अहम जिम्मेदारियां भी निभा चुके हैं.
पवन गोयल भी बने कार्यकारी अध्यक्ष
कांग्रेस ने पंजाब में जिन चार नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है, उनमें पवन गोयल का नाम भी शामिल है. पवन गोयल मालवा क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि इन सभी की नियुक्ति जाति संतुलन बनाने की कोशिश है. अगले साल पंजाब में कई अन्य राज्यों के साथ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके चलते कांग्रेस ने पंजाब में कई अहम बदलाव किए हैं.
संगत सिंह गिलजियां के बारे में जानिए
संगत सिंह गिलजियां पंजाब कांग्रेस का एक जाना-पहचाना नाम हैं. विधानसभा चुनाव से पहले उनकी नियुक्ति भी काफी अहम मानी जा रही है. संगत सिंह पंजाब के दोआबा क्षेत्र के पिछड़े समुदाय से आते हैं. वे पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक भी लगा चुके हैं. संगत सिंह ने साल 2007, 2012 और फिर 2017 में विधानसभा चुनाव जीता है. गिलजियां पंजाब लैंड यूज एंड वेस्ट बोर्ड के डायरेक्टर, एआईसीसी और पीपीसीसी के सदस्य, गिलजियां गांव के सरपंच रह चुके हैं.
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