राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की महत्वपूर्ण बैठक 9 मार्च से 11 मार्च तक नागपुर में हो रही है। प्रतिनिधि सभा संघ की सर्वोच्च निर्णायक संस्था है। इस बैठक का उद्देश्य संघ के नए सरकार्यवाह (महासचिव ) का चुनाव है। संघ में सरकार्यवाह सरसंघचालक के बाद सबसे ताकतवर शख्स होता है। चुनाव दस मार्च यानि शनिवार को होगा। देशभर में संघ की कुल शाखाएं करीब 60 हजार है। संघ का मुख्यालय नागपुर में है। यही साल 1925 में डॉ. हेडगेवार ने इसकी स्थापना की थी।
संघ का सर्वोच्च पद क्या है
संघ का सर्वोच्च पद सरसंघचालक का होता है. इस पद का चुनाव नहीं होता. सरसंघचालक खुद अपने उत्तराधिकारी का चयन करता है. संघ के मौजूदा प्रमुख मोहन भागवत हैं.
संघ सरकार्यवाह क्या होता है
संघ का कार्यकारी प्रमुख होता है, जिसका संघ की सभी गतिविधियों पर पूरा नियंत्रण होता है। इसका कार्यकाल तीन सालों का होता है। मौजूदा सरकार्यवाह भैयाजी जोशी हैं। वह तीन कार्यकाल से इस पद पर हैं। उनकी उम्र 70 साल के आसपास है।
संघ की कार्यकारिणी
सरकार्यवाह के चुनाव के बाद कार्यकारिणी का चयन होता है। इसे चुनने का जिम्मा नए सरकार्यवाह का होता है। वो अगले तीन सालों के लिए अपनी कार्यकारिणी तय करता है।
कौन करता है चुनाव
0 चुनाव अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) करती है. जिसकी मीटिंग नागपुर में चल रही है.
0 इस प्रतिनिधि सभा के 1300 सदस्य में होते हैं।
0 एबीपीएस की मीटिंग हर साल मार्च के दूसरे और तीसरे हफ्ते में होती है।
कैसे तय होते हैं अखिल भारतीय प्रतिनिधि
ये सक्रिय स्वंयसेवकों के अखिल भारतीय प्रतिनिधि होते हैं। करीब 50 सक्रिय स्वयंसेवकों का एक प्रांतीय प्रतिनिधि होता है। ये प्रतिनिधि 20 प्रांतों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
क्या संघ के दूसरे संगठनों के भी सदस्य इसमें हैं
एबीपीएस में संघ से जुड़े अन्य संगठनों के नामित प्रतिनिधि होते हैं. सबसे ज्यादा प्रतिनिधि विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) से हैं। इनकी संख्या 40 के आसपास है। सभी पूर्व प्रांत प्रचारक (प्रांत स्तर) भी इसमें बुलाये जाते हैं. बीजेपी की ओर से इसमें पार्टी अध्यक्ष और महासचिव हिस्सा लेते हैं।
हर चौथी मीटिंग नागपुर में जरूरी
वैसे तो एबीपीएस की सालाना मीटिंग देशभर के तमाम शहरों में होती हैं. हर चौथी मीटिंग नागपुर में होनी जरूरी है।
कौन होता है चुनावों में सरकार्यवाह का दावेदार
आमतौर पर सरकार्यवाह के सहयोगी सह सरकार्यवाहों में ही किसी एक को दावेदार माना जाता है। इन्हें चुना जाता है लेकिन ऐसा ही हो, ये भी जरूरी नहीं।
चुनाव की प्रक्रिया
0 चुनाव आमतौर पर मीटिंग के दूसरे दिन होते हैं. जो इस बार 10 मार्च को होंगे.
0 चुनाव से पहले सरकार्यवाह आए हुए प्रतिनिधियों को तीन साल में किये कामों के बारे में बताते हैं
0 इसके बाद अपना कार्यकाल के खत्म होने की घोषणा करते हैं
0 इसके साथ ही नए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. एक चुनाव अधिकारी की नियुक्ति होती है
0 एक वरिष्ठ कार्यकर्ता नए सरकार्यवाह के लिए नाम प्रस्तावित करता है. अगर इस स्वीकृति हो गई तो वो नया सरकार्यवाह नियुक्त हो जाता है
0 आमतौर पर उसका चुनाव सर्वसम्मति से ही होता है
संघ की मौजूदा कार्यकारिणी, जो 2015 में चुनी गई थी
सरसंघचालक– डॉ. मोहन राव भागवत
सरकार्यवाह- सुरेश भैय्या जी जोशी
सह सरकार्यवाह- सुरेश सोनी
सह सरकार्यवाह- डॉ कृष्ण गोपाल
सह सरकार्यवाह- दत्तात्रय होसबले
सह सरकार्यवाह- वी भगैय्या
अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख- स्वांत रंजन
अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख- मुकुंद सीआर
अखिल भारतीय शारीरिक प्रमुख- सुनील कुलकर्णी
अखिल भारतीय सह शारीरिक प्रमुख- जगदीश प्रसाद
अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख- अनिरुद्ध देशपांडे
अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख- अरुण कुमार
अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख- सुनील देशपांडे
अखिल भारतीय सेवा प्रमुख- सुहास हिरेमठ
अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख- अजीत महापात्रा
अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख- गुणवंत कोठारी
अखिल भारतीय व्यवस्था प्रमुख- मंगेश भेंडे
अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख- अनिल ओक
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख- डॉ. मनमोहन वैद्य
अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख- जे नंद कुमार
अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख- सुरेश चंद्र
अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख- विनोद कुमार
अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख- अद्वैत चरण दत्त
अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य- इंद्रेश कुमार, मधुभाई कुलकर्णी, शंकर लाल, डॉ दिनेश, मुकुंद राव, सांकल चंद बागरेचा, हस्तीमल, सुनील पाद गोस्वामी, महावीर, अशोक बेरी
अखिल भारतीय कार्यकारिणी आमंत्रित सदस्य- बालकृष्ण त्रिपाठी, सेतु माधवन, मदन दास देवी, सहित समस्त क्षेत्रीय संघचालक कार्यकारिणी के आमंत्रित सदस्य होंगे, जिसमें आर वन्यराजन, वी नागराज, जयंती भाई, अशोक सोनी, भगवती प्रकाश, बजरंग लाल गुप्त, दर्शन लाल अरोड़ा, देवेंद्र प्रताप सिंह, सिद्धिनाथ सिंह शामिल है।
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