बीजापुर: जिले में अनियमित कर्मचारियों द्वारा मशाल रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम नियमितीकरण जल्द किये जाने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है।
प्रदेश सरकार अपने 36 मे से 24 वायदा पूरा करने का दावा कर रही है, वहीं उन 36 वायदे जो कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के अंतर्गत उल्लेखित हुए थे, जिसमें बिंदु क्रमांक 11 और 30, सभी अनियमित कर्मी किये जायेंगे नियमित तथा आउटसोर्सिंग प्रथा बन्द होगी, छटनी नही किया जावेगा। सरकार बनते ही 10 दिनों के भीतर पूरा किये जाने का वादा किया था, लेकिन आज सरकार बने 934 दिन बीत चुके है, प्रदेश के 01 लाख 80 हजार अनियमित कर्मी इंतजार कर रहे हैं।
जिला अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने कहा कि शोषित पीडित अनियमित कर्मचारियों का वर्ग 10 दिन में पूरे किए जाने वाले नियमितीकरण के वायदे का इंतजार पिछले 934 दिन से कर रहा है। कोरोना काल मे जहां अन्य राज्यो में अनियमित कर्मियों के लिए अनेक सरकारों ने योजनाएं लागू किया और सामाजिक तथा आर्थिक मदद पहुंचाया, वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने लाखों अनियमित कर्मियों को उनके हाल में जीने मरने के लिए छोड़ दिया है। इससे अनियमित कर्मी आंदोलन के विकल्प की ओर बढ़ चला है।
प्रदेश कार्य समिति वरिष्ठ सदस्य गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि महासंघ एक संगठन है और संगठन का जो उत्तरदायित्व अपने आम सदस्यों के प्रति होता है, उसका पूरी तरह से निर्वहन किया जाएगा और यदि प्रदेश सरकार हमसे आंदोलन ही करवाना चाहती है, तो अब उससे महासंघ बिल्कुल पीछे नही हटेगा।
मशाल रैली में छतीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ के जिला संरक्षक मनीष सोनवानी कार्यकारिणी अध्यक्ष गोविंद गंधारला, उपाध्यक्ष प्रशांत यादव, भोगेन्द्र अल्लुर, ज्योति वर्मा, श्रद्धा रोकड़े, सचिव राहुल कौशिक, सहसचिव नारायण मरकाम, बीजापुर ब्लाक अध्यक्ष पदुम साहू, उसूर ब्लाक अध्यक्ष अविनाश ठाकुर के अलावा सैकड़ो की संख्या में अनियमित कर्मचारी शामिल हुए ।
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