राजस्थान के नागौर के हेमपुरा गांव में सुमन चौधरी ने आत्महत्या कर ली. वह आटा-साटा कुप्रथा से परेशान थी. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि ये मामला खुदकुशी का है. केस की जांच की जा रही है.बता दें कि मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है,
उसमें लिखा है कि अगर तलाक और परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी करना मान्य नहीं है तो आटा-साटा कुप्रथा को मंजूरी कैसे मिल सकती है? इसकी वजह से हजारों लड़कियों की जिंदगी खराब हो रही है. इस प्रथा की वजह से 17 साल की लड़की को 70 साल के बुजुर्ग से शादी करनी पड़ती है.
पीड़ित महिला ने सुसाइड नोट में लिखा कि युवाओं को आटा-साटा कुप्रथा का विरोध करना चाहिए. उन्हें इसके खिलाफ अभियान चलाना चाहिए. उन्हें अपनी बहनों को बचाने के लिए ये करना ही होगा.आटा-साटा कुप्रथा के मुताबिक, दुल्हन के परिवार के सदस्य से उसके पति के घर की एक लड़की की शादी करवाई जाती है. यह एक तरह समझौता होता है,
जिसके तहत दो परिवारों के सदस्यों के बीच शादियां होती हैं. इसमें लड़की की उम्र का का ध्यान नहीं रखा जाता है. लड़के के परिवार को आटा-साटा कुप्रथा की शर्त के अनुसार, अपने घर की एक बेटी की शादी पत्नी के परिवार में करनी ही होती है.जान लें कि सुमन का पति शादी के बाद उसे छोड़कर विदेश चला गया. शादी के 8 महीने बाद सुमन भी मायके वापस आ गई. हालांकि पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि सुमन की दिमागी हालत ठीक नहीं थी.
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