बलरामपुर: शासन के निर्देशानुसार गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी खरीफ फसलों की रक्षा हेतु जिले में रोका-छेका अभियान प्रारंभ हो गया है। कलेक्टर श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के तामेश्वरनगर एवं ग्राम चिनिया में आयोजित रोका-छेका कार्यक्रम में शामिल हुए।
कलेक्टर ने गौठान के लिए चयनित स्थान को देखकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यहां पानी, बिजली की उपलब्धता है तथा गौठान सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। गौठान की समृद्ध अवस्थिति ग्रामीणों, कृषकों और पशुपालकों की जागरूकता का प्रमाण है और संभावनाओं के अनुरूप गौठान में विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों का संचालन भी हो रहा है। उन्होंने रोका-छेका की मूल भावना को समझाते हुए कहा कि फसलों के नुकसान से कृषक को आर्थिक क्षति न हो इसलिए सम्पूर्ण जिले में अभियान की शुरूआत हुई है। पशुपालक पशुओं को खुले में न छोड़े तथा गौठान में पशुधन के लिए समुचित व्यवस्था की जाये।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीणों के लिए रोका-छेका कोई नयी बात नहीं है बल्कि फसल सुरक्षा के लिए वर्षों से चली आ रही एक परम्परागत व्यवस्था है। गौठान में रोका-छेका की मूलभावना को व्यवस्थित एवं विस्तार दिया गया है, जहां पशुओं को देखभाल के साथ रखा जाता है। उन्होंने गौठान में कार्यरत बिहान की महिलाओं का भी उत्साहवर्धन किया तथा नवीन आजीविका मूलक गतिविधियां प्रारंभ करने के लिए उनकी रूचि के बारे में जाना।
इस दौरान कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ ने कृषकों को कृषि विभाग द्वारा 15 कृषकों मक्का, अरहर व पशुपालन विभाग द्वारा मिनरल मिक्चर प्रदाय किया तथा कृषकों ने महिला द्वारा गौठान में तैयार वर्मी कम्पोस्ट का क्रय किया। इसके साथ ही गौठान में उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर पशुओं को हरा-चारा खिलाया व परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
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