धमतरी: जिले का प्रभार मिलने के बाद पहली बार नगर आगमन पर प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेडिय़ा को पत्रकारों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। जनता से बड़े बड़े वादे कर सत्ता में आई कांग्रेस अब धीरे धीरे अपने असली रूप में आ गयी है।
घोषणा पत्र के तमाम वादों को लेकर सरकार और मंत्रियों से सवाल पूछे जा रहे हैं। ऐसे में उनके पास कोई जवाब नही है। गंगाजल हाथ मे लेकर किये गये वादों से सरकार के जिम्मेदार मंत्री अब मुकरने लगे हैं। पूर्व के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने शराबबंदी न कर पाने के पीछे जो कारण बताया था वर्तमान प्रभारी मंत्री उनसे एक कदम और आगे बढ़ते हुये ये कहती नजर आयी कि छत्तीसगढ़ में यदि शराबबंदी लागू की गयी तो घर घर मे शराब बननी शुरू हो जायेगी।
यदि राज्य में ऐसी परिस्थितियाँ है कि यहां शराबबंदी नही की जा सकती तो फिर कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश की जनता से ऐसा झूठा वादा किया क्यों? इसी प्रकार से किसानों के सम्पूर्ण कर्जमाफी की बात की गई थी जबकि उनके केवल अल्पकालिक ऋण माफ हुआ वो भी आधा अधूरा। किसानों के ट्रैक्टर ऋण व अन्य दीर्घकालिक ऋण में एक रुपये की भी कर्जमाफी नही की गयी।
स्वयं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इस बात पर आपत्ति की कि विकास के लिये धनराशि उपलब्ध कराने के मामले में धमतरी के साथ भेदभाव किया जा रहा है। प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेडिय़ा के बयान से क्षेत्र की जनता का विश्वास तार तार हुआ है। सरकार को महासमुंद की घटना से सबक लेना चाहिये जहाँ पति की शराब की लत से तंग आकर एक महिला अपनी छोटी छोटी बच्चियों के साथ ट्रैन के सामने कूद कर आत्महत्या करती है।
शराब के अवैध कारोबार से प्रदेश में अपराध बढ़ा है। छग में युवाओं को रोजगार देने का वादा तो सरकार भूल चुकी है पर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सत्ता का दुरुपयोग कर शराब दुकानों के पास खोमचे चलाने में मस्त हैं। प्रभारी मंत्री जी के प्रथम दौरे से ये स्पष्ट हो गया कि जिले में केवल प्रभार बदला गया है जनता के प्रति व्यवहार में कोई बदलाव नही आया है।
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