सूफी सिंगर प्यारे लाल वडाली दिल का दौरा पडऩे की वजह से निधन हो गया। गुरुवार को दौरा पडऩे के बाद उन्हें तुरंत अमृतसर में फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने सुबह 4 बजे आखिरी सांस ली। वो 75 साल के थे। निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव ले जाया गया। पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। पंजाबी सूफी गानों के लिए महशूर वडाली ब्रदर्स में उस्ताद प्यारे लाल छोटे थे। उनके बड़े भाई का नाम पूरनचंद वडाली है. वो पहलवान भी थे।
वडाली ब्रदर्स का मशहूर पटियाला घराने से भी ताल्लुक रहा. बता दें कि पटियाला घराने के उस्ताद बड़े गुलाम अली थे। वडाली ब्रदर्स शुरू में फिल्मों में गाना नहीं चाहते थे. लेकिन बहुत बाद में उन्होंने कई बॉलीवुड के लिए भी गाया। कई गानों के लिए वडाली ब्रदर्स मशहूर भी हुए. इसमें रंगरेज मेरे (तनु वेड्स मनु, 2011), तू ही तू ही (मौसम, 2011), दर्दा मारेया (पिंजर, 2003) और चेहरा मेरे यार का (धूप, 2003) शामिल हैं।
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