रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र(Legislators monsoon session) 26 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। मानसून सत्र(Legislators monsoon session) को लेकर विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी की गई अधिसूचना दूसरे दिन से विधायकों ने सत्र के लिए प्रश्र लगाना भी शुरू कर दिया है।
मानसून सत्र को लेकर अधिसूचना 25 जून को जारी की गयी। सत्र की अधिसूचना जारी होने के दूसरे दिन 26 जून से ही विधायकों ने सत्र के लिए प्रश्र लगाना शुरू कर दिए है। पहले दिन कुल 11 प्रश्र लगाये गये है जिनमें 06 तारांकित एवं 05 अतारांकित प्रश्र है। प्रश्र लगाने का सिलसिला सत्र शुरू होने तक जारी रहेगा।
इस दौरान विपक्षी विधायकों के साथ सत्ता पक्ष के विधायकगण भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के हितों से जुड़े मुद्दों व बिन्दुओं को लेकर प्रश्र लगाएंगे।
मानसून सत्र जरूर पांच दिनों का है लेकिन कम दिनों का होने के बावजूद सत्र काफी हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। क्योंकि विपक्ष दल इस सत्र के दौरान कोरोना की दूसरी लहर से प्रदेश में हुई मौतों, वैक्सीनेशन, किसानों के मुद्दों, शराबबंदी, बारिश से धान की बर्बादी, प्रदेश में बढ़ते अपराध व कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास कर सकती है।
हालांकि सत्ता पक्ष के मंत्रीगण व संसदीय सचिव भी विपक्षी दल को उनके सवालों का जवाब देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।(Legislators monsoon session)
क्योंकि विपक्ष दल इस सत्र के दौरान कोरोना की दूसरी लहर से प्रदेश में हुई मौतों, वैक्सीनेशन, किसानों के मुद्दों, शराबबंदी, बारिश से धान की बर्बादी, प्रदेश में बढ़ते अपराध व कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास कर सकती है।
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