अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्थापना काल से ही छात्रहितों के मुद्दों के समाधान हेतु संघर्ष करते हुवे उसे परिणाम तक पहुँचाया है, वर्तमान समय में कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के दौरान जहाँ पालकों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ा है ऐसे समय मे निजी विद्यालयों द्वारा फ़ीस वृद्धि किये जाने के निर्णय का विद्यार्थी परिषद विरोध करती है ,
विगत दिनो अभाविप ने DAV विद्यालय हुडको मे शुल्क वृद्धि को लेकर चरणबद्ध तरीके से ज्ञापन दिया,इस तारतम्यता में सर्वप्रथम फीस वृद्धि की जानकारी ज्ञापन के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग को दी गई तत्पश्चात सामान्य आवेदन के रूप में डीएवी हुडको के प्राचार्य को फीस वृद्धि वापस लेने का अनुरोध किया गया,
लेकिन शुल्क वृद्धि वापस ना लेने की स्थिति में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा पालक को को साथ लेकर एक आंदोलन किया गया तथा जिलाधीश दुर्ग को भी शुल्क वृद्धि की जानकारी दी गई इसी परिपेक्ष में जिलाधीश दुर्ग के द्वारा गत दिवस ओं में दुर्ग जिला के अंतर्गत आने वाले समस्त अशासकीय शालाओं के प्राचार्य के साथ चर्चा के दौरान 8% से अधिक शुल्क वृद्धि करने वाले डीएवी हुडको को नोटिस जारी किया गया।
तथा एमजीएम सेक्टर 6 विद्यालय में अपने शुल्क वृद्धि को वापस ले लिया गया जोकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन का परिणाम था साथ ही साथ दुर्ग जिले के समस्त अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्य को शुल्क वृद्धि न करने का नोटिस भी जारी किया गया। इस विषय पर संवेदना पूर्वक निर्णय लेने का आग्रह भी किया था , परिणाम स्वरूप जिला कलेक्टर महोदय ने इस विषय पर गम्भीरता से विचार करते हुवे तमाम ऐसे स्कूल संचालकों को 8% से अधिक फ़ीस वृद्धि नही करने का आदेश जारी किया है ।
कलेक्टर महोदय के इस निर्णय से जिले के हज़ारों पालकों को राहत मिली है , विद्यार्थी परिषद इस निर्णय का स्वागत करती है तथा भविष्य मे भी इस प्रकार के न्यायोचित निर्णय की अपेक्षा रखती है ।
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