साउथैम्पटन. न्यूजीलैंड ने पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है. टीम ने भारत को 8 विकेट से हराया. मैच के अंतिम दिन बुधवार को टीम इंडिया दूसरी पारी में सिर्फ 170 रन बनाकर आउट हो गई. ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए. तेज गेंदबाज टिम साउदी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए. इस तरह से न्यूजीलैंड को 139 रन का लक्ष्य मिला. टीम ने उसे 45.5 ओवर में दो विकेट पर हासिल कर लिया. कप्तान केन विलियमसन 52 रन बनाकर नाबाद रहे. हार के पांच कारण इस तरह हैं-
1- फाइनल में टीम इंडिया को कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका. अजिंक्य रहाणे ने पहली पारी में सबसे ज्यादा 49 रन बनाए थे. दूसरी पारी में टॉप-5 बल्लेबाज में से कोई भी 40 रन का आंकड़ा नहीं छू सका. दूसरी ओर न्यूजीलैंड की ओर से पहली पारी में तीन बल्लेबाजों ने 30 से अधिक रन बनाए. एक अर्धशतक भी लगाया. दूसरी पारी में भी एक अर्धशतक लगा.
2- टीम इंडिया का मुख्य दारोमदार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर हाेता है. पहली पारी में वे एक भी विकेट नहीं ले सके थे. दूसरी पारी में भी वे बेरंग नजर आए और विकेट नहीं ले सके. दूसरी ओर न्यूजीलैंड के चाराें मुख्य तेज गेंदबाज टिम साउदी, नील वैगनर, काइल जेमिसन और ट्रेंट बोल्ट ने अच्छी गेंदबाजी की. टीम इंडिया के सभी 20 विकेट न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने लिए.
3- हमारे निचले क्रम के बल्लेबाज फाइनल की दोनों पारियों में फेल रहे. पहली पारी में अंतिम 4 जोड़ी ने 35 जबकि दूसरी पारी में सिर्फ 28 रन जोड़े. दूसरी ओर न्यूजीलैंड की ओर अंतिम 4 जोड़ी ने पहली पारी में 87 रन जोड़े थे. यह रन हमारी दोनों पारी के रन से अधिक है.
4- मैच में न्यूजीलैंड की टीम बिना स्पिन गेंदबाजों के साथ उतरी थी. 5 तेज गेंदबाज खिलाए थे. दूसरी ओर टीम इंडिया तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिन गेंदबाज के साथ उतरी थी. लेकिन उसकी यह रणनीति फेल रही. स्पिन गेंदबाज पूरे मैच में सिर्फ पांच विकेट ले सके. आर अश्विन और रवींद्र जडेजा बल्ले से भी कमाल नहीं कर सके.
5- अंतिम दिन टीम इंडिया की प्लानिंग में कमी दिखी. ऐसा लग रहा था कि बल्लेबाजों को जैसे पता ही नहीं है कि रन बनाना है या विकेट बचाना है. इस कारण टीम रन भी नहीं बना सकी और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती रही. न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने दोनों ही पारियों में रणनीति से बल्लेबाजी की. खासकर कप्तान केन विलियमसन ने एक छोर संभाले रखा.
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