कवर्धा: जिले के सुदूर वनांचल कांदा वाणी पंचायत के आश्रित गांव दैहान टोला में 5 दिन में ही 4 विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा आदिवासी की मौत का मामला सामने आया है। एक ही गांव में अचानक 4 लोगों की मौत से सब हैरान हैं। मामले की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुचकर कैम्प लगाकर ग्रामीणों की जांच किए। बता दें कि जिले के बहुतायत क्षेत्र बैगा आदिवासी बाहुल्य गांव हैं, जो आज भी जंगल व पहाड़ों के ऊपर निवासरत हैं।
वहीं स्वास्थ्य सुविधाएं इन क्षेत्रों में नहीं के बराबर है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कभी कभार ही वनांचल क्षेत्रो में पहुचते हैं। यही कारण है कि इन बैगा आदिवासियों की मौत इलाज के अभाव में हो जाती है। मरने वालों में राजन बैगा, जेठिया बाई बैगा, समय लाल बैगा व सुख सिंह बैगा नाम बताया जा रहा है।
पंडरिया बी एम ओ बी एल राज ने बताया कि गांव में कुछ लोगो की मौत की सूचना मिली थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम कैम्प लगाकर ग्रामीणों का जांच किए। वहीं चार लोगों की मौत अलग-अलग कारणों से हुआ है। इनमें एक महिला 80 साल की यही जबकि बाकी तीन को भी अलग अलग बीमारियां थी।
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