नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर (Corona Second Wave) अब लगभग थमती दिख रही है. हर रोज़ करीब 4 लाख नए केस आने के बाद इन दिनों ये संख्या एक लाख से भी कम पर आ गई है. हालांकि पिछले करीब दो महीनों के आंकड़ों पर नज़र डालें तो मौत (Corona Death) की संख्या डराने वाली है. इस दौरान 4 राज्यों को छोड़कर देश के सभी राज्यों में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई. इतना ही नहीं कुछ राज्यों में तो ये संख्या 4 गुना तक बढ़ गई. वहीं पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा ही वे चार राज्य हैं, जहां यह ट्रेंड देखने को नहीं मिला.
आंकड़ों पर नज़र डालें तो 1 अप्रैल से देश में लगभग 2.1 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई. इनमें से 55 प्रतिशत से अधिक यानी करीब 1.18 लाख सिर्फ 5 राज्यों में है. ये राज्य हैं- महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और उत्तर प्रदेश. बता दें की इन राज्यों में ही कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. इतना ही नहीं इन सभी 5 राज्यों में 60 फीसदी मौतें पिछले 6 हफ्ते के दौरान हुई हैं. यानी इन राज्यों में इस दौरान मौत की संख्या में दो से ढाई गुना तक की उछाल देखी गई.
बिहार में 80% मौत
कई राज्यों में तो 1 अप्रैल के बाद से मौत की संख्या में 80 फीसदी तक का इज़ाफ़ा देखा गया है. बिहार में तो इस दौरान सबसे ज्यादा 83 प्रतिशत अधिक मौतें हुईं. बता दें कि पिछले हफ्ते यहां एक ही दिन में राज्य सरकार ने करीब 4 हज़ार पुराने मौत की संख्या को जोड़ा. हालांकि बिहार सरकार की तरफ से ये नहीं बताया गया कि ये मौत के पुराने आंकड़े कब से कब तक के हैं. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इनमें से कई लोगों की मौत 1 अप्रैल के बाद हुई.
कई राज्यों में संख्या दोगुनी
1 अप्रैल के बाद देश में मरने वालों की संख्या भी दो गुनी बढ़ गई है. मरने वालों की संख्या पहले लगभग 1.64 लाख थी जो अब 3.73 लाख से अधिक हो गई है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले छह हफ्तों के दौरान और उससे पहले की अवधि में अलग-अलग राज्यों से होने वाली मौतों के अनुपात में बहुत कम बदलाव आया है. उत्तराखंड, असम, गोवा और झारखंड जैसे राज्यों में, पिछले छह हफ्तों में कुल मौतों में से 70 प्रतिशत से अधिक मौतें हुई हैं. यानी इस दौरान इन राज्यों में मरने वालों की संख्या तीन गुना से ज्यादा हो गई है.
अलग-अलग राज्यों का हाल
महाराष्ट्र में 1 अप्रैल को मौत की संख्या 56,262 थी. 12 अप्रैल को ये 1,11,309 पर पहुंच गया. यानी मौत की संख्या में करीब 97.84 फीसदी का इज़ाफ. कर्नाटक में तो इस दौरान मौत की संख्या में 160.14 फीसदी की बढ़त हुई. 12,604 से ये आंकड़ा 32,788 पर पहुंच गया. दिल्ली में 1 अप्रैल को मौत की कुल संख्या 11.036 थी. लेकिन 12 जून को ये 27,800 पर पहुंच गया. यानी 124.72% की बढत. इस दौरान उत्तर प्रदेश में 146.43% ज्यादा मौत हुई.
Add Comment