रायपुर: अनलॉक होते ही शहर के लोग बाजारों में जिस तरह से भीड़ लगाकर चौक-चौराहों को जाम कर रहे हैं। उसके चलते एक बार फिर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। शहर के प्रमुख बाजार मालवीय रोड, गोलबाजार, सदरबाजार, रामसागरपारा, एमजी रोड, राठौर चौक, तेलघानी नाका चौक, अग्रसेन चौक, पुरानी बस्ती स्थित लाखेनगर चौक में जिस तरह से दिन भर में लगातार जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है उससे ऐसा कहीं भी नहीं लगता कि अब कोरोना संक्रमण के दौर से गुजर रहे हैं।
गौरतलब है कि कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या में पुन: वृद्धि होने लगी है। सोमवार को राजधानी में कोरोना पॉजीटिव के 59 मरीज मिलने से पुन: कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बड़ी संख्या में उत्पन्न हो गया है। जो लोग लॉकडाउन के दौरान शहर लॉक होने पर प्रशासन को गाली देते थे उनसे डॉ. चन्द्रमणी तिवारी ने प्रश्न करते हुए यह जानना चाहा है कि राजधानी के लोग बाजारों में इसी तरह भीड़ लगाते रहेंगे तो प्रदेश कोरोना से मुक्त कैसे होगा।
इधर राष्ट्रीय स्तर पर बार-बार अगस्त-सितंबर माह में कोरोना की तीसरी लहर आने की जानकारी भी आम लोगों को उपलब्ध कराई गई है, इसके बाद भी स्वयं आरएनएस संवाददाता वट सावित्री के दिन गोलबाजार एवं मालवीय रोड में जमकर उमड़ी भीड़ में सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं किया गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अधिकारियों से विचार-विमर्श के उपरांत लोगों की समस्याओं को देखते हुए रायपुर में लॉकडाउन खुलवाया। निर्धारित अवधि में लोगों को राशन एवं अन्य जरूरी सामग्रियों को क्रय करने के लिए समय की छूट भी जिसका नाजायज लाभ शहर के लोग उठा रहे हैं।
इस संबंध में सुंदरनगर निवासी श्रीमती नीलिमा शुक्ला ने प्रदेश सरकार का पक्ष लेते हुए लोगों से कोरोना के फैलाव का सबब न बनने का आग्रह करते हुए केवल जरूरी होने पर ही प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को आवाजाही करने की अपील की है।
Add Comment