द नैरेटिव मीडिया समूह के द्वारा चीन को केंद्र में रखते हुए “चीन: एक वैश्विक खतरा” (तियानमेन चौक नरसंहार से लेकर कोविड-19 के परिपेक्ष्य में) विषय पर 4 जून से लेकर 10 जून तक 7 दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार शृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय वेबिनार शृंखला में देश के गणमान्य बुद्धिजीवी, रक्षा विशेषज्ञ, चीन विशेषज्ञ, प्रसिद्ध पत्रकार एवं भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल शामिल होंगे.
वेबिनार शृंखला के पहले दिन लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) संजय कुलकर्णी उपस्थित होंगे। वेबिनार शृंखला के मुख्य विषय ‘चीन: एक वैश्विक खतरा’ पर परिचर्चा करेंगे। इस विषय के माध्यम से चीन के बढ़ते खतरे को वें दर्शकों के समक्ष रखेंगे।
कार्यक्रम के दूसरे दिन 5 जून को इंडिया फाउंडेशन के डायरेक्टर एवं रक्षा विशेषज्ञ कैप्टन आलोक बंसल ‘तियानमेन चौक नरसंहार और उसके बाद का परिदृश्य’ पर अपनी बात रखेंगे। 32 वर्ष पूर्व जिस तरह से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने देश में लोकतंत्र की मांग कर रहे 10,000 लोगों का नरसंहार किया था, उसपर विश्लेषणात्मक परिचर्चा की जाएगी।
जिस तरह वर्तमान समय में कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर दुनिया चीन पर संदेह कर रही है और यह जानती भी है कि यह वायरस चीन के वुहान शहर से निकला है, इसी पृष्ठभूमि को व्यापक तौर पर तथ्यात्मक ढंग से दर्शकों के बीच लाने के लिए वेबिनार के तीसरे दिन 6 जून को चीन एवं रक्षा विश्लेषक अतुल अनेजा द्वारा ‘वुहान वायरस: भारत के लिए सबक’ विषय पर वक्तव्य दिया जाएगा।
वेबिनार शृंखला के चौथे दिन 7 जून को जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय में चीनी अध्ययन के प्राध्यापक प्रोफेसर श्रीकांत कोंडापल्ली ‘रक्षा के क्षेत्र में चीनी वैश्विक खतरा’ विषय पर प्रकाश डालेंगे।
पांचवें दिन 8 जून को चीन के द्वारा कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों में उसके द्वारा अपनाई जा रही नीतियों को लेकर वरिष्ठ पत्रकार एवं ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर विषय को रखेंगे। इस विषय के माध्यम से चीन द्वारा अधिक्रांत किए गए क्षेत्र तिब्बत, शिनजियांग, मंगोल, हांगकांग, ताइवान समेत तमाम क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम के छठें दिन 9 जून को गलवान हिंसा और भारत-चीन के बीच चल रहे सैन्य तनातनी पर व्यापक चर्चा के लिए रक्षा एवं सीमा क्षेत्र के विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार नितिन गोखले उपस्थित होंगे। चूँकि गलवान हिंसा को लगभग 1 वर्ष पूरे होने वाले हैं और अभी तक स्थितियों में पूरी तरह सुधार नहीं है, इस पूरे परिपेक्ष्य को समझने का हम प्रयास करेंगे।
इस वेबीनार श्रृंखला के अंतिम दिन 10 जून को द नैरेटिव के द्वारा विशेष तौर तियानमेन चौक नरसंहार विषय पर बनाए गए ग्राफिक हैंडबुक का विमोचन किया जाएगा और साथ ही इस पूरे विषय पर व्यापक चर्चा होगी।
यह पूरा कार्यक्रम द नैरेटिव के सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक और यूट्यूब) पर लाइव प्रसारित किया जाएगा। कार्यक्रम में उपस्थित होने वाले विषय विशेषज्ञों एवं गणमान्य बुद्धिजीवियों से दर्शक अपना प्रश्न भी पूछ सकेंगे।
विषय संबंधित प्रश्न द नैरेटिव के आधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट पर कमेंट कर या 8305272472 पर व्हाट्सएप कर पूछ सकते हैं।
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