कोरबा: संकटकाल में हर तरफ राहत देने के काम किये जा रहे हैं। हर हिस्से से इसी तरह की सूचनाएं आ रही है। कोरबा जिले में भी सरकारी तंत्र ने इस दिशा में काम तेज किया है। कोरोना कालखंड के अंतर्गत दिवंगत शिक्षकों के एक-एक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति शीघ्रता से दी जाएगी। प्रयास है कि तीन दिन के भीतर इस काम को पूरा किया जाएगा। इसके अलावा ऐसे ही अन्य मामले जो पहले से लंबित हैंए उनमें भी कार्यवाही की जाएगी।
सरकार ने स्पष्ट रूप से निर्देश दे रखे हैं कि सभी क्षेत्रों में विभागीय अधिकारी ऐसे प्रकरणों में गंभीरता से काम करें। मामला संवेदना से जुड़ा हुआ है इसलिए परिणाम शीघ्रता के साथ आने चाहिए। कोरबा जिले में शिक्षा विभाग के द्वारा इस दिशा में काम हो रहा है। जानकारी के अनुसार अब तक 20 से ज्यादा आवेदन इस कड़ी में विभाग को मिले हैं। इस संबंध में बताया गया कि कोरोना कालखंड के दौरान अलग-अलग कामों से शिक्षकों की ड्यूटी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगाई गई थी।
संबंधितों ने पूरी निष्ठा के साथ काम किया और संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ अन्य स्तर पर अपनी भूमिका निभाई। कहीं ना कहीं खतरे के बीच उपस्थिति दर्ज कराने और कार्य संपादन करने से उन कार्मिकों को दिक्कतें हुई जो इम्यूनिटी के मामले में दूसरों की अपेक्षा कुछ कमजोर थे। इस कड़ी में 20 शिक्षकों की जिंदगी समाप्त हो गई। औपचारिक रूप से इन मामलों में शुरुआती प्रक्रियाओं को किया गया है। सरकार की व्यवस्था के अंतर्गत ऐसे प्रकरणों में पूर्व के नियम शिथिल किये गए हैं और दिवंगत शासकीय सेवक के एक परिजन को विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दी जानी सुनिश्चित की गई है।
इसके परिपालन में शिक्षा विभाग के पास कोरोना कालखंड से संबंधित मृत्यु को प्राप्त 20 से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन्हें स्वीकार करने के साथ प्रक्रिया में शामिल किया गया है। सम्यक दस्तावेजों के परीक्षण की पूर्ति की जा रही है। सरकार ने 31 मई तक सभी मामलों में उक्तानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। कोरबा जिले में अब तक प्राप्त प्रकरणों के संदर्भ में अनुकंपा नियुक्ति की कार्यवाही को अधिकतम तीन दिन में पूरा करने का काम किया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने इसके लिए आवश्यक अभियान चला रखा है ताकि अगर किसी प्रकरण में आवेदन नहीं किया गया हो या वांछित प्रमाण पत्र पेश करने में देरी हो रही हो तो उसकी पूर्ति यथासमय की जा सके। हाल में ही प्रदेश के डीपीआई के द्वारा वेबिनार में शिक्षा अधिकारियों को अनुकंपा नियुक्ति को लेकर आवश्यक निर्देशित किया गया था, इसके लिए समयसीमा तय की गई है। कयास है कि तीन दिन में इस जिले में काम को पूरा कर लिया जाए। अनुकंपा नियुक्ति से संबंधित 35 प्रकरण पहले से लंबित हैं, उन्हें भी निराकृत किया जाएगा। शिक्षकों के हितों को लेकर विभाग गंभीरता से काम कर रहा है।
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