नई दिल्ली. टाउते तूफान (Tauktae Cyclone) के बाद अब पूर्वी तटीय क्षेत्रों पर चक्रवाती तूफान ‘यास’ का खतरा बढ़ गया है. मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान ‘यास’ (Yaas Cyclone) में बदलने की संभावना जताई है और उसके 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट पर पहुंचने का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान यास भी टाउते की तरह ही बड़ा खतरा बन चुका है. इस दौराना दोनों राज्यों में हवा 155 से 165 किमी प्रति घंटे से 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है.
चक्रवाती तूफान यास के भी टाउते तूफान की तरह ही भारी तबाही मचाने की आशंका जताई गई है. जो पिछले साल पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान अम्फान की तरह ही विनाशकारी था. एक साल पहले आए चक्रवाती तूफान अम्फान के दौरान तीन मिनट में हवा की रफ्तार 240 किमी प्रति घंटा हो गई थी, जिसके कारण 80 लोगों की जान चली गई थी. इसी तरह साल 1999 में आए सुपर साइक्लोन ने भी बंगाल की खाड़ी में भारी तबाही मचाई थी. उस दौराना ओडिशा में 260 से 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हवा चलने लगी थी जिसके कारण 10,000 लोगों की जान चली गई थी.
चक्रवाती तूफान यास के खतरे को देखते हुए दोनों राज्यों में, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ, सेना और तटरक्षक बल को सेवा में लगाया गया है. एनडीआरएफ की 85 टीमों में से 32 को बंगाल में और 28 को ओडिशा में तैनात किया गया है. कुछ टीमें आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तैनात की गई हैं. बंगाल सरकार ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसे मंगलवार और बुधवार को ममता बनर्जी खुद संचालित करेंगी.
आज सुबह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा ‘यास’
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने तथा 24 मई की सुबह तक एक चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है. अगले 24 घंटों के दौरान इसके एक बेहद उग्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. विभाग ने आगे यह भी बताया, चक्रवाती तूफान यास उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ना जारी रखेगा और धीरे-धीरे तेज होगा. 26 मई की सुबह तक इसके पश्चिम बंगाल तथा उत्तरी ओडिशा तटों के निकट उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने का अनुमान है.
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