बलरामपुर: विकासखण्ड वाड्रफनगर के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गोविंद सिंह कोविड-19 से जंग हार गए। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रायपुर रिफर किया गया था, रायपुर एम्स में पिछले कुछ दिनों से उनका इलाज चल रहे थे, इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। डॉ सिंह मिलनसार व सहज, सरल व्यक्तित्व के धनी और अपने सहृदयता के लिए अधिकारियों, सहकर्मियों व अधीनस्थों के बीच लोकप्रिय थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला चिकित्सालय के डॉक्टर सहित अधिकारी कर्मचारियों ने अपने प्रिय डॉ सिंह को अंतिम विदाई देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसंत सिंह ने उनके साथ बिताए दिनों को याद करते हुए इसे जिले के लिए अपूरणीय क्षति बताया। डॉक्टर गोविंद सिंह ने ग्वालियर से एमबीबीएस की पढ़ाई की और 1993 से बतौर चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे थे। डॉक्टर सिंह लंबे समय तक मलेरिया मुक्ति अभियान से जुड़े रहे और जिला मलेरिया अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं देते हुए मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
वर्तमान में वे बतौर खंड चिकित्सा अधिकारी वाड्रफनगर में अपनी सेवाएं दे रहे थे तथा पिछले 1 वर्ष कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण और रोकथाम के लिए सक्रिय भूमिका में भी रहे। वर्तमान में चल रहे वैक्सीनेशन में भी उनकी महती भूमिका रही और लगातार आमजनों को टीकाकरण के लिए जागरूक करते रहे। जिले के दूरस्थ क्षेत्रो में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के साथ-साथ उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्यगत आपतकालीन परिस्थितियों में आमजनों की सेवा की है। अपने सरल-सहज व्यक्तित्व के लिए डॉ सिंह सदैव स्मरण किये जाएंगे तथा कोरोना की विपरीत परिस्थिति में भी अपने दायित्वों का निर्वहन करने के प्रति उनका समर्पण औरों को प्रेरणा देगी।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉक्टर आर.के. त्रिपाठी, डीपीएम स्मृति एक्का जिला चिकित्सालय के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ हरिशंकर मिश्रा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
Add Comment