राजनांदगांव: कोरोना संक्रमण की इस विषम परिस्थितियों में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने का कार्य मितानिन बखूबी कर रही हैं। मितानिन दवा पेटी के माध्यम से गांव-गांव में कोविड-19 संक्रमितों तक दवाईयां पहुंचा रही हैं। यह कार्य कठिन है, लेकिन पूरी ऊर्जा के साथ वे अपने कर्तव्यों का निवर्हन कर रही हैं। वे यह जानती हंै कि कोरोना संक्रमण को रोकना है तो हर संक्रमित मरीज तक दवाई पहुंचानी है।
एक दीप से हजार दीप जलते हैं और जागरूकता की एक रौशनी कई लोगों तक पहुंचकर उनके जीवन को सुरक्षित कर सकती है। अभी वर्तमान समय में कोरोना की चेन को तोडऩे के लिए कोरोना के प्रति जागरूकता की यह श्रंृखला बहुत जरूरी है।
ग्रामवासियों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान हो या गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य की निगरानी, छोटे बच्चों को वैक्सीन लगाने तथा उनके वजन की माप लेने ऐसे सभी कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिन सेवा भावना से कर रही हैं। वे ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को प्रेरित कर रही हैं। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी के लिए मास्क लगाने, दो गज दूरी का पालन करने एवं साबुन से बार-बार हाथ धोने के लिए लोगों को सजग बना रही हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में 4 हजार 471 मितानिन कार्यरत हैं। जो निरंतर होम आइसोलेशन के मरीजों को दवाई पहुंचाने का कार्य प्रतिबद्धता पूर्वक कर रही हैं। सभी फ्रंट लाइन वर्कर मितानिनों को वैक्सीन लग चुका है।
अभी वे कोविड-19 के प्रति जागरूकता लाने के लिए नारा लेखन का कार्य भी कर रही हैं। किसी भी कोविड मरीज को होम आइसोलेशन के दौरान तकलीफ होने पर रिफर करने का कार्य तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती माताओं की मॉनिटरिंग करने का दायित्व निभा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
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