लॉकडाउन में पुलिस की बर्बरता… बेटे को तलाशने निकले युवक को इतना पीटा कि पैर टूट गया…

छत्तीसगढ़ के कवर्धा में लॉकडाउन के दौरान पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। अपने बच्चे को तलाश करने निकले पिता की पुलिस ने डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। उसे इतना पीटा कि पैर की हड्डी तक टूट गई। युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का कहना है कि युवक जुआ खेल रहा था। दबिश पड़ी तो भागने लगा और इस चक्कर में गिर गया। मामला सहसपुर लोहारा क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, लोहारा निवासी जीवन चेलक का बेटा शुक्रवार दोपहर घर के बाहर ही खेल रहा था। थोड़ी देर बाद जीवन ने देखा तो बेटा नहीं था। इस पर वह उसे तलाश करने के लिए निकल पड़ा। इसी बीच पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोप है कि लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन की बात कहते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी। इतना पीटा कि जीवन के बाएं पैर की हड्डी टूट गई। परिजनों को इसका पता चला तो उसे लेकर जिला अस्पताल ले गए।
डाक्टर बोले- सुविधा नहीं, इलाज के लिए किया रेफर
जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे कच्चा प्लास्टर चढ़ा दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि यहां इलाज की सुविधा नहीं है। इसके चलते उसे रेफर कर दिया गया है। परिवार के पास पैसों की दिक्कत है। इसके कारण वह स्ट्रेचर पर ही पड़े-पड़े लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा। उसका कहना था कि सहायता मिल जाए तो जिला अस्पताल के सामने ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो जाएगा।
जुआ खेल रहे थे 10-15 लोग, पुलिस को देखकर भागे तो चोट लगी
दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि लोहारा में 10-15 लोग जुआ खेल रहे थे। पुलिस पहुंची तो देखकर सभी भागने लगे। इसी दौरान गिरने से वह घायल हो गया। अब परिजन मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। परिजनों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इलाज के साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस ने पूछना भी जरूरी नहीं समझा कि बाहर क्यों निकले हैं?
पंडरिया में भी घट चुकी है घटना
जिला में पुलिस द्वारा किसी व्यक्ति के पिटाई का यह पहला मामला नहीं है। इससे करीब सप्ताह भर पहले भी पंडरिया पुलिस ने एक व्यक्ति की इसी तरह लॉकडाउन का उल्लंघन करने की बात पर जमकर पिटाई कर दी थी। इसके बाद उसके परिजनों ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से शिकायत की थी। तब एक अधेड़ को पुलिस ने बुरी तरह से पीटा था।