रायपुर: देश में मार्च 2021 के बाद बढ़ते कोरोना के दूसरे स्टेज का संक्रमण बहुत भयानक रूप से लोगों को बीमार कर रहा है। दूसरे स्टेज का कोरोना संक्रमण लोगों पर अत्यधिक हावी हो चुका है। जिसके कारण लोग लेटलतीफी से इलाज के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
छत्तीसगढ़ में महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में संक्रमण के बाद स्थिति भयावाह हुई है। देश की राजधानी नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 मरीजों की संख्या केन्द्र सरकार को चिन्ता में डाल दिया है। इस बार ऑक्सीजन के कारण कोविड-19 संक्रमित लोगों की जान जा रही है। जिसे देखते हुए केन्द्र और राज्य सरकारों ने ऑक्सीजन की व्यवस्था पर अपना दाव लगा दिया है।
इधर कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी को लेकर द्वितीय बार लगा लम्बा लॉकडाउन जो 9 अप्रैल से 6 मई के मध्य लागू है।
केन्द्र की सूची में छत्तीसगढ़ के 21 जिले
बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते छत्त्ीसगढ़ राज्य के लगभग अधिकांश जिले प्रभावित हुए हैं। छत्तीसगढ़ ही नहीं देश के विभिन्न राज्यों के जिलों में कोरोना संक्रमण की भयावक्ता के चलते केन्द्र सरकार ने एक सूची तैयार की थी। इस सूची में 15 प्रतिशत से अधिक कोरोना संक्रमित वाले जिले शामिल किये गये। इस सूची में छत्तीसगढ़ के 21 जिले का भी नाम शामिल है।
मुनाफाखोरों के कारण बढ़ी परेशानी
द्वितीय लहर खतरनाक होने के कारण इन दिनों रायपुर, दुर्ग,बिलासपुर सहित प्रदेश के अनेक जिलों में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा लाभ मुनाफाखोर, जमाखोर व्यापारी उठा रहे हैं। जहां सब्जी में आवक अधिक होने के कारण सब्जी उत्पादकों को लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है।
वहीं सस्ती सब्जी बाहर भेजे जाने के अभाव में खराब होने के डर से जल्दी बेची जा रही है। अनाज मसाला, तेल, किराना समान, गुटखा, जर्दा पान मसाला सहित कोरोना संक्रमित मरीजों के प्राण बचाने में उपयोग में आने वाले इंजेक्शन सहित अनेक सामानों की खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है। होम डिलीवरी के चक्कर में शहर में अनेक लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीद से वंचित है। बाजार नियत समय में खोलने की अनुमति नहीं मिलने के कारण एक वर्ग विशेष को लॉकडाउन से आपदा में अवसर तलाशने का मोैका मिला है।
रोज खाने कमाने वालों पर टूटा दु:खों का अंबार
इधर शहर में लॉकडाउन बढऩे की अफवाह के कारण रोज खाने कमाने वाले बेहद नाजूक स्थिति में जी रहे हैं। कई परिवारों में भोजन सामाग्री नहीं होने के कारण भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्री से चर्चा कर कोरोना संक्रमण की द्वितीय रफ्तार में इजाफे को देखते हुए लम्बा लॉकडाउन लगाने की तैयारी की चर्चा भी जोर-शोर से जारी है। छत्तीसगढ़ के राजधानी के कई समाजसेवी संस्था और राजनीतिक दलों द्वारा शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर बैठे दिनहीन गरीब लोगों को भोजन सामाग्री का पैकेट बांटा जा रहा है।
महापौर ढेबर ने लॉकडाउन बढ़ाने पर दिया जोर
राजधानी रायपुर में लगातार एक हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट आ रही है। यहां राज्य के दूसरे शहरों की अपेक्षा मृतकों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में रायपुर महापोर एजाब ढेबर ने राजधानी रायपुर में 10 और लॉकडाउन बढ़ाने पर जोर दिया था। हालाकि लॉकडाउन के के क्रम में कुछ रियायते भी दिये जाएंगे। जो कि आवश्यक श्रेणी में आता है।
सरगुजा और बिलासपुर संभाग में कोरोना के बढ़ते मरीज
दुर्ग, राजनांदगांव और रायपुर के बाद मई प्रथम सप्ताह लगते ही सरगुजा तथा बिलासपुर संभाग के जांजगीर, बिलासपुर शहर, रायगढ़, कोरबा में लगातार कोविड-19 मरीजों का संक्रमण बढ़ते क्रम में प्राप्त हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से बिलासपुर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या भी अधिक हुई है ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री लगातार अपनी नजर दोनों संभागों की स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने पर लगाए हुए हैं।
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