रामानुजगंज: रामानुजगंज नगर के वार्ड क्रमांक 12 निवासी 61 वर्षीय रमेश गुप्ता अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति एवं अपनों के मिले साथ से कोरोना पॉजिटिव आने के बाद तबीयत बहुत ज्यादा बिगडऩे के बाद भी कोरोना से जंग जीतने में कामयाब हुए एवं स्वस्थ होकर कोविड अस्पताल वाड्रफनगर से अपने घर पहुंचे।
गौरतलब है कि नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी रमेश गुप्ता कोरोना पॉजिटिव आने के बाद तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें कोविड अस्पताल वाड्रफनगर में भर्ती कराया गया। जहां 8 दिनों तक लगातार ऑक्सीजन में रहे वहीं इस दौरान इनका इलाज चलता रहा। इस दौरान कई बार इनका शुगर लेवल 400 तक पहुंच गया था परंतु इसके बाद भी उन्होंने अपने हौसला को नहीं खोया वहीं कई बार ऑक्सीजन लेवल भी चिंताजनक स्थिति में आ गया था परंतु दृढ़ इच्छाशक्ति एवं जिजीविषा के कारण कोरोना से उबरने में कामयाब हुए।
परिवार के बीच रहने वाले अकेले में नहीं घबराए….. हमेशा अपने बहू बेटे एवं पूरे परिवार के बीच रहने वाले रमेश गुप्ता कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कोविड अस्पताल वाड्रफनगर में भर्ती हुए परंतु है अकेले रहने के बाद भी विचलित नहीं हुए एवं चिकित्सकों के द्वारा बताए गए दिशा निर्देशों का पूरा पालन करते रहे जिसके बाद आज व स्वस्थ होकर घर पर हैं।
परिवार जनों से मोबाइल से बात कर मिलता रहा ऊर्जा…… कोविड अस्पताल वाड्रफनगर में भर्ती होने के बाद रमेश गुप्ता मोबाइल से ही अपने परिवार जनों एवं पुत्रों के संपर्क में थे उन्होंने बताया कि मोबाइल से बात करने के बाद उनमें काफी ऊर्जा का संचार हो जाता था। रमेश गुप्ता ने बताया कि जब मैं हताश निराश होता था तो तुरंत अपने पुत्रों को फोन लगाता था जिन से बात करके मुझे सकारात्मक ऊर्जा मिलती थी जिससे मैं कोरोना से जंग लडऩे में कामयाब हुआ।
सकारात्मकता बनाए रखें……. कोरोना से जंग जीत कर बाहर निकलने वाले रमेश गुप्ता ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी घबराने की जरूरत नहीं है हमेशा सकारात्मकता बनाए रखें। आवश्यक सावधानियों के साथ चिकित्सक की देखरेख में इलाज कराएं। आपकी सकारात्मक ऊर्जा कोरोना से उबरने में आपकी बड़ी मददगार साबित होती है। हौसला हिम्मत, धैर्य किसी भी स्थिति में मत छोड़ें।
Add Comment