कांकेर: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रण के लिए राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित 2141 आंगनबाड़ी केन्द्रों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने 68 हजार 06 सौ हितग्राहियों को उनके घर-घर जाकर पूरक पोषण आहार के रूप में गर्भवती, पोषक माताओं तथा 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों को एक माह के लिए रेडी-टू-ईट-फुड प्रदाय किया जा रहा है, साथ ही कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत कलेक्टर श्री चन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले के सभी परियोजना के पर्यवेक्षक सेक्टरों के 401 आंगनबाड़ी केन्द्रों के गर्भवती एवं पोषक माताओं तथा 6 माह से 5 वर्ष के कुपोषित बच्चों को प्रतिदिन सुपोषण दूतों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं के सहयोग से रागी एवं कोदो से निर्मित पौष्टिक हलवा और खिचड़ी घर-घर जाकर खिलाया जा रहा है।
कोरोना महामारी के संकट काल में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं द्वारा अपने कर्तव्य का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के द्वारा कोरोना टीका लगाने तथा ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क के उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाये रखने, नियमित हाथ साबुन से धोने एवं अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने की सलाह भी दिया जा रहा है।
जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने बताया है कि जिले के 2141 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के द्वारा हितग्राहियों के घर-घर जाकर कर रेडी-टू-ईट-फुड के साथ रागी और कोदो से बना हलवा का भी वितरण और कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है।
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