छत्तीसगढ़ के दुर्ग सांसद विजय बघेल ने राज्य सरकार पर निशाना साधा हैं। उन्होंने आरोप लगाया हैं कि छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी की स्थिति राज्य सरकार की गैर जिम्मेदाराना कार्य की वजह से पैदा हुई हैं। इसके लिए सरकार व उनके मंत्री जिम्मेदार हैं। कोरोना को लेकर प्रदेश में हाहाकार मचा हैं। अब कोरोना को लेकर सियासी गलियारों में भी खूब राजनीति चल रही है।
दुर्ग सांसद विजय बघेल ने जब बोला हमला
प्रदेश में लोग लगातार संक्रमित होते जा रहे हैं। लोगो की आकस्मिक मौतें भी हो रही हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए इन आंकड़ों से प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ हैं। बावजूद इसके राज्य सरकार कोरोना पीड़ितों के लिए अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की सुविधाएं उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं। दुर्ग जिला सबसे ज्यादा वीआईपी जिलों में शामिल हैं। बावजूद यहां पर कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा हैं। इसको लेकर राज्य सरकार के पास कोई ठोस रणनीति दिखाई नहीं देती हैं।
कोरोना वॉरियर्स और प्रशासन सीमित संसाधन से लड़ रहे
दुर्ग सांसद विजय बघेल ने बताया कि बेमेतरा जिले में 8 वेंटिलेटर हैं, और सभी बंद पड़े हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि आखिर राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है। यहां पर डॉक्टर और जिला प्रशासन के अधिकारी सीमित संसाधनों में महामारी को रोकथाम में लए हुए हैं। वही कोरोना की वैक्सीन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने पहले भ्रम फैलाया। और अब सभी श्रेय लेने के लिए आगे-आगे आ रहे हैं।
रेमडेसिवीर की कालाबाजारी रोकने में अफसल सरकार
सांसद ने कहा कि प्रदेश में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने में प्रदेश की सरकार पूरी तरह से असफल साबित हो रही हैं। कालाबाजारी होने की वजह से प्रदेश में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की किल्लत पैदा हुई हैं। राज्य सरकार स्थिति को सुधार सकती थी। लेकिन, इच्छा शक्ति की कमी साफ नजर आती हैं।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री में नहीं है संवाद
सांसद विजय बघेल ने सीधे कोरोना आंकड़ों को लेकर कहा कि इससे राज्य की छवि धूमिल हुई हैं। इसके अलावा उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच संवाद ही नहीं हैं। दोनो के संवाद नहीं होने का खामियाजा यहां की जनता को उठाना पड़ रहा हैं। जिन मंत्रियों को प्रभारी जिलो का बनाया गया है, वो अपने जिले में झांकने तक नहीं जा रहे हैं।
सांसद पर कांग्रेस का तीखा पलटवार
कोरोना के संक्रमण के समय दुर्ग की राजनीति भी तेज हो गई हैं। दुर्ग सांसद विजय बघेल ने जब राज्य सरकार पर हमला बोला तो कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी ने भी सांसद पर हमला बोलते हुए कहा कि दुर्ग संसदीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोटो से जीतने वाले सांसद के जिले में ही सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं।
सांसद को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के लिए क्या किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तो कई बार पत्र लिखकर 30 हजार करोड़ की मांग की थी और पीएम केयर फंड में जब राशि की मांग की गई तो सांसद विजय बघेल चुप थे। जब पूरे देश में कोरोना तेजी से फैल रहा है, तो मोदी सरकार के बचाव में कूद पड़े हैं। सांसद अगर अपने संसदीय क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण नहीं रोक पा रहे है, तो उन्हें संसदीय पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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