जगदलपुर: असम में विधानसभा चुनाव लडऩे वाले लगभग एक दर्जन नेताओं को चित्रकोट रेस्ट हाउस में ठहराया गया था, जहां पर उनकी खातिरदारी के लिए स्थानीय कांग्रेस के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी। इस खातिरदारी की जानकारी भाजपा नेताओं को होने से सोशल मीडिया में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप के द्वारा बयान जारी करते हुए चित्रकोट रेस्ट हाउस विडियो वायरल कर दिया गया।
जिसके बाद आज सुबह असम के नेताओं को अन्यत्र ले जाया गया। वहीं सांसद दीपक बैज ने वायरल विडियो को पुराना बताते हुए केदार कश्यप पर आरोप लगाये, लेकिन इस राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच असम के कांग्रेस प्रत्याशियों को चित्रकोट रेस्ट हाउस से तत्काल बाहर रवाना कर दिया गया हैं।
गौरतलब है कि असम के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री समेत बस्तर के अनेक नेता और कार्यकर्ता प्रचार के लिए पहुंचे थे। कुछ कांग्रेसियों ने चर्चा में कहा कि परिणाम आने से पहले चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों को बाहर ले जाना जरूरी था, क्योंकि भाजपा तोडफ़ोड़ और खरीद फरोख्त में माहिर है।
उनका यह भी कहना था कि सरकार बनाने के लिए भाजपा कुछ भी कर सकती है, इसी के चलते असम के कांग्रेस प्रत्याशियों को छत्तीसगढ़ में लाया गया और उन्हे बस्तर भेजा गया था। चित्रकोट रेस्ट हाऊस में कब से आए थे और खाने-पीने की भारी व्यवस्था की गई थी, इस पर कांग्रेसियों ने मुंह नहीं खोला।
बहरहाल भाजपाइयों को जानकारी मिलने के बाद असम के कांग्रेस प्रत्याशियों को अन्यत्र ले जाना ही उचित समझा गया और सभी नेता रवाना कर दिए गए हैं।
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