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आतंकियों का बचाव करने पर वेंकटेश प्रसाद ने कांग्रेस को धोया… कहा- नीचता की हदें पार कर जाती है कांग्रेस…

नई दिल्ली: कश्मीर हिन्दुओं के नरसंहार पर झूठ फैलाने के बाद कांग्रेस को हर जगह से तीखी आलोचना सुनने को मिल रही है। ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी वेंकटेश प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है।

उन्होंने पार्टी के ओछेपन पर राय देते हुए कहा है कि जब भी ऐसा लगता है कि पार्टी इससे अधिक नहीं गिर सकती तब ये दोबारा नीचता कर देते हैं।

वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करते लिखा कि, ‘जब भी ऐसा सोचो कि इन्होंने अपनी नीचता के चरम को छू लिया है और अब वह उठना आरंभ करेंगे, तो ये नए तरीके खोज लेते हैं कि कैसे अपने आप को और नीचे गिराएँ। अफसोस की बात है कि इन्होंने कश्मीरी पंडितों की भावनाओं को आहत करने का विकल्प चुना।

कश्मीर फाइल्स आँख खोलने वाली फिल्म है या शायद केवल हिमखंड का एक सिरा है।’ बता दें कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म की अपार सफलता के बाद कांग्रेस ने इस्लामी कट्टरपंथियों के बचाव में एक के बाद एक कई ट्वीट करके ये साबित करने का प्रयास किया था कि 1990 में जो कुछ भी कश्मीर में हुआ उसके पीछे इस्लामी कट्टरपंथी नहीं बल्कि RSS से जुड़े गवर्नर जगमोहन और भाजपा जिम्मेदार थे।

कांग्रेस ने ‘कश्मीर फाइल्स बनाम सच’ हैशटैग के साथ 9 ट्वीट किए और दावा किया कि जो वो बता रहे हैं वहीं कश्मीरी पंडितों के मामले के सही हैं। प्रोपेगेंडा चलाने के लिए कांग्रेस ने बगैर सोचे कुछ भी ट्वीट किए, जिसके कारण बाद में उन्हें अपना पहला ट्वीट डिलीट तक करना पड़ा। इस ट्वीट में केरल कांग्रेस ने कहा था कि भले ही 1990 से 2007 के बीच आतंकियों ने 399 कश्मीरी पंडितों की हत्या की, मगर इतने ही अंतराल में 15000 मुस्लिम भी आतंकियों द्वारा मार डेल गए। अब ये ट्वीट कांग्रेस के अकॉउंट पर नहीं है, जबकि दूसरे ट्वीट इस पर अब भी हैं। लेकिन Newstracklive ने डिलीट किए हुए इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले रखा है।

जबकि वास्तविकता तो यह है कि जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) नेता यासीन मलिक ने TV पर कश्मीरी पंडितों की हत्या की बात स्वीकारी थी। उसी यासीन मलिक को कांग्रेस सरकार में PM रहे मनमोहन सिंह ने बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। यही नहीं इसी यासीन मलिक ने भारतीय वायुसेना के 4 निहत्थे सैनिकों का और जम्मू कश्मीर के एक जज का भी क़त्ल किया था। जिसके हाथों में हथकड़ी और गले में फांसी का फंदा होना चाहिए था, उस हत्यारे का हाथ पकड़कर हमारे देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मुस्कुरा रहे थे।

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