रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां और पवित्र महीना होता है. दुनिया भर के मुसलमान रोजे के इस महीने को बलिदान का महीना मानते हैं. रमजान की शुरूआत चांद देखने के बाद होती है. सोमवार रात को चांद दिखने की उम्मीद थी. लेकिन चांद दिखा नहीं. जिसके बाद लखनऊ की मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल ने ऐलान किया कि 14 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू होगा.
कमेटी के मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि 14 अप्रैल से रमजान का पाक महीना शुरू होगा, क्योंकि सोमवार को चांद नहीं दिखा. चांद दिखने के हिसाब से रमजान का महीना कभी 29 तो कभी 30 दिन का होता है.
रमजान को पवित्र क्यों माना जाता है? मुसलमानों के लिए, रमजान वह महीना है जिसमें 1,400 साल से पहले पैगंबर मुहम्मद के सामने इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान की पहली आयत का अवतरण हुआ था. इस पूरे महीने मुसलमान फज्र की नमाज के साथ रोजे की शुरूआत करते हैं और सूर्यास्त की नमाज के साथ रोजा खोलते हैं.
नमाज, दान, आस्था, मक्का की हज यात्रा करने के साथ रोजा रखने को भी इस्लाम में पाचवां स्तंभ माना जाता है. कई मुस्लिम देशों में रमजान के दौरान काम के घंटों में कटौती कर दी जाती है. वहीं कई जगहों पर रोजे के दौरान रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाते हैं. रमजान के पवित्र महीने में लोग एक-दूसरे को ‘रमजान मुबारक’ या ‘रमजान करीम’ कह कर अभिवादन करते हैं और एक-दूसरे के लिए यह महीना अच्छा गुजरने की कामना करते हैं.
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