उत्तर-प्रदेश के चित्रकूट में एक तरफ जहां लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. जिले में सोमवार को कोरोना के 94 नए केस सामने आए है. वहीं चित्रकूट में कोरोना को लेकर अधिकारी बेहद लापरवाह बने हुए हैं. यह मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के द्वारिकापुरी मोहल्ले का है, जहां डॉक्टर बिलाल अहमद की प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर की रविवार को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव आने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर ने अपनी क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज किया है.
सबसे बड़ी बात यह है कि डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव होने बाद भी खुद न तो मास्क लगाए हुए है और न ही इलाज करवाने आने वाले लोगों को मास्क लगाने के लिए कहा. इतना ही नहीं कोरोना पॉजिटव डॉक्टर ने क्लिनिक को चलाने के बाद उसी बिल्डिंग में हो रही नमाज को भी अदा किया, जिससे कई लोगों के सामूहिक नमाज पढ़ने के बाद लोगों मे कोरोना के संक्रमण का फैलने का खतरा मंडराने लगा है.
ऐसे में अगर किसी की हालत बिगड़ती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. आलम यह है कि अधिकारियों से शिकायत के बाद भी किसी अधिकारी ने इस डॉक्टर को क्वारंटाइन करने की जहमत नहीं उठाई है. ऐसे में मोहल्लेवासी प्रशासन की इस कार्यशैली से बेहद नाराज नजर आ रहे है. जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 493 पहुंच गई है लेकिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के एरिया को प्रशासन न तो सील करता है और न ही कंटेमेंट जोन बनाता है, जिससे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के खुलेआम घूमने से अब लोगो मे कोरोना का खतरा मंडराने लगा है.
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