बलरामपुर,पवन कश्यप-: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से पंजीकृत परिवारों को श्रममूलक कार्य में नियोजित कर रोजगार प्रदान किया जा रहा है। जिले में पंजीकृत श्रमिकों को मनरेगा के तहत 150 दिन का निश्चित रोजगार प्रदान किया जाना है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में मजदूरी की राशि बढ़ाकर 193 रूपए निर्धारित की गई है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशन में जिले के समस्त विकासखण्डों में रोजगार दिवस मनाकर श्रमिकों को मनरेगा तथा शासन के अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
रोजगार दिवस के आयोजन से मनरेगा में नियोजित श्रमिकों की संख्या बढ़ी है तथा वे रोजगार प्राप्त करने के साथ-साथ शासन के विभिन्न योजनाओं से भी लाभान्वित हो रहे हैं।
विकासखण्ड कुसमी के 77, वाड्रफनगर के 95 तथा शंकरगढ़ के 60 ग्राम पंचायतों में प्रतिमाह की भांति इस माह के 07 तारीख को रोजगार दिवस मनाया गया। वर्तमान में मनरेगा के अंतर्गत डबरी, तालाब, नरवा संवर्धन एवं विकास, मेढ़बंदी तथा कूप निर्माण के कार्य संचालित किये जा रहे हैं।
मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि मनरेगा की मजदूरी राशि बढ़ाकर 193 रूपए निर्धारित कर दी गई है, श्रमिकों को अब प्रतिदिन रोजगार के लिए 193 रूपए भुगतान किया जा रहा है।
साथ ही कार्यस्थल पर मनरेगा के मैदानी अमलों द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी के विकास में सहभागिता, गोधन न्याय योजना से पशुपालकों को हो रहे लाभ, महिलाओं के कानूनी अधिकारों, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, कोरोना से बचाव हेतु जरूरी उपाय, 45 वर्ष से अधिक आयु वर्गों के व्यक्तियों को कोविड टीकाकरण कराने, मास्क पहनने तथा आयुष्मान भारत योजनांतर्गत कार्ड बनवाने संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
कुसमी, शंकरगढ़ तथा वाड्रफनगर के समस्त ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत पर्याप्त श्रममूलक कार्य चल रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है। रोजगार दिवस के आयोजन से लोगों में जागरूकता बढ़ी है तथा लोग रोजगार में नियोजित होकर आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।
Add Comment