देश में एक बार फिर लॉकडाउन के हालात बन रहे हैं और यह समय प्रवासी मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल खड़ी करता है। पिछले साल लाखों मजदूरों को बेहद मुश्किल हालात में कई किमी पैदल चलते हुए अपने घरों का रुख करना पड़ा था। अब साल 2021 में भी ऐसे ही हालात बन रहे हैं। राजधानी दिल्ली से पलायन कर रहे मजदूरों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। राजधानी दिल्ली से आ तस्वीरें हकीकत बयां कर रही हैं। बिहार के इन मजदूरों का कहना है कि वे पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान इसी तरह फंस गए थे। नहीं चाहते कि फिर वैसे हालात बनें, इसलिए समय रहते निकल रहे हैं। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश से भी ऐसी ही सूचनाएं मिल रही हैं।
पालयन करने वालों में झारखंड के मजदूर भी हैं। हालांकि अधिकांश ऐसे हैं जो पिछले साल के लॉकडाउन के बाद अकेले ही शहर आए थे। ऐसे ही एक पीड़ित का नाम है मो. शब्बीर अंसारी। पिछले साल के हालात देखते हुए अंसारी अपनी पत्नी और बच्चों को दिल्ली नहीं लाया। उसने गाड़ियां रिपेयर करने की नई नौकरी तलाशी जो अब जा चुकी है। कंपनी की ओर से उसे कह दिया गया है कि वह दूसरी नौकरी तलाश ले। अब अंसारी का कहना है कि कोरोना के केस फिर बढ़ रहे हैं, ऐसे में कुछ दिन और नौकरी नहीं मिली तो उसे सबकुछ समेट कर फिर गांव जाना पड़ेगा।
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