कोलकाता. अदाकारा से तृणमूल कांग्रेस की प्रत्याशी बनीं कौशानी मुखर्जी (Kaushani Mukherjee) शनिवार को विवादों में घिर गयीं जब उनका एक कथित वीडियो सामने आया, जिसमें वह यह कहते हुए नजर आयीं कि ‘‘घर पर मां, बहन हैं तो वोट देने से पहले कृपया एक बार सोच लें.’’ कौशानी दो महीने पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुई थीं और कृष्णानगर सीट से मुकाबले में हैं. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के आईटी सेल ने उनके बयान के सिर्फ एक हिस्से को सामने रखा और इसे अलग रंग दे दिया.
कौशानी ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने इस तथ्य को रेखांकित किया था कि बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान है. यह राज्य बीजेपी शासन वाले उत्तर प्रदेश की तरह नहीं है, जहां हाथरस कांड हुआ. बीजेपी के आईटी सेल ने ओछी राजनीति के लिए इस वीडियो को काट-छांट कर पेश किया.’’ कौशानी ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट कर इसे अपना मूल बयान बताया. इसमें वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करती हुई दिखीं और मतदाताओं से कह रही थीं ‘‘आपके घर पर मां-बहन हैं, बीजेपी को वोट करने से पहले दो बार सोच लीजिए.’’
वीडियो में कौशानी यह भी कहते हुए दिखीं कि ‘‘दीदी के बंगाल में महिलाएं सुरक्षित हैं. अगर आप चाहते हैं कि बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के हाथरस जैसी घटना बंगाल में नहीं हो तो बीजेपी को वोट नहीं दें.’’ अदाकारा से बीजेपी नेता बनीं रूपा भट्टाचार्य ने एक पोस्ट में कौशानी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आपके बयानों ने सबको शर्मसार कर दिया है.’’
वहीं, तृणमूल कांग्रेस की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि कौशानी के बयान को वीडियो में काट-छांट कर पेश किया गया और पूरा बयान नहीं दिखाया गया.
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