पालतू कुत्ते की आंख फोड़कर मालिक ने सड़क पर फेंका… मेनका गांधी के हस्तक्षेप से FIR दर्ज…

मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर से एक अहम और संवेदनशील खबर सामने आई है. मुजफ्फरपुर में एक पालतु कुत्ते (Pet Dog) पर अत्याचार करना उसके स्वामी को भारी पड़ा. उस कुत्ते के स्वामी के खिलाफ मिठनपुरा थाने में पशु क्रुरता निवारण अधिनियम की धाराओं में एफआईआर (FIR) दर्ज कर लिया गया है. केस हो जाने के बाद उसके स्वामी भागे-भागे फिर रहे हैं. मामला मिठनपुरा थाना के मालीघाट मुहल्ले का है.
दरअसल मिठनपुरा थाना के मालीघाट निवासी राजकुमार ने अपने घर में एक कुत्ते को पाल रखा था. कुछ दिन पहले राजकुमार ने किसी गलती को लेकर पालतू कुत्ते टफी पर ऐसा वार किया कि उसकी एक आंख डैमेज हो गयी. शरीर कई जगह कट जाने के कारण टफी के शरीर में कीड़े लग गये, तो इलाज कराने की बजाय राजकुमार नें टफी को घर के बाहर सड़क किनारे डाल दिया. कीड़ा लग जाने के छटपटाते टफी पर एक एनिमल एक्टिविस्ट शिवानी की नजर पड़ी. उसने राजकुमार से कुत्ते को घर में ले जाकर इलाज कराने का आग्रह किया तो राजकुमार इनकार कर गये.
शिवानी ने पीपुल फॉर एनिमल संस्था के तहत काम करने वाले संगठन बेजुबानों की आवाज के कार्यकर्ता सुमंत शेखर को दिया. सुमंत शेखर तत्काल राजकुमार के घर पहुंचे और उसका इलाज कराने का आग्रह किया तो उन्होनें पहले तो जिरह किया और बाद में सुमंत को डांट कर भगा दिया. सुमंत टफी को उठाकर ले गया और इलाज करवाया लेकिन उसने बेजुबान पर क्रूरता की शिकायत मिठनपुरा थाने से कर दी. इसके बाद मिठनपुरा थाना में राजकुमार के खिलाफ कुत्ते पर अत्याचार करने के आरोप में केस दर्ज हो गया है.
सुमंत बताते हैं कि यह मिशन इतना आसान नही था. उसने जब थाना में शिकायत की तो पहले कोई सुनने वाला नहीं था. इस पर सुमंत ने पीपुल फॉर एनिमल की प्रमुख पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी को मेल से शिकायत की, उसके बाद मेनका गाधी के दखल के बाद मिठनपुरा थाने में केस दर्ज किया गया है.
इस केस में थानाध्यक्ष भगीरथ प्रसाद ने बताया है कि कांड दर्ज करके मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है. केस होने के बाद से आरोपी कुत्ता स्वामी राजकुमार गायब है.