छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नागा साधु से मारपीट का मामला गरमाता जा रहा है। इसको लेकर अब विश्व हिंदू परिषद भी सामने आ गया है। उनकी ओर से गुरुवार को कहा गया कि बाहर से आए साधु से पुलिसकर्मी मारपीट और लूट करते हैं। इसको लेकर एक शिकायत भी IG को दी गई है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने CCTV फुटेज जारी कर आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
बिलासपुर प्रेस क्लब में हुई कॉन्फ्रेंस में नागा साधु योगी गंगापुरी के साथ विश्व हिंदू परिषद के नेता भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि शहर में आने वाले साधुओं का ऐसा सम्मान किया गया है। थाने में पुलिस ने उनसे बात करने की जगह, उनकी परेशानी सुनने की जगह डंडे से बर्बरतापूर्वक मारा। फिर धक्के देकर भगा दिया। इस संबंध में उनकी FIR भी दर्ज नहीं की जा रही। पुलिस उच्चाधिकारी इस मामले को संज्ञान लें और कार्रवाई करें।
जूना अखाड़ा के नागा साधु योगी गंगापुरी के अनुसार, वे 22 मार्च को सुबह ट्रेन में त्रिवेंद्रम से बिलासपुर पहुंचे थे। उन्हें चकरभाटा अनुसुइया धाम अपने गुरु भाई शंभू महाराज के आश्रम में जाना था। स्टेशन पर उतरने के स्नान कर रहे थे। इसी दौरान दो पुलिसकर्मी पहुंचे और संदेह जताते हुए तोरवा थाने ले गए। आरोप है यहां उन्हें बुरी तरह से पीटा गया और उनका थैला भी छीन लिया। उसमें सवा लाख रुपए, मोबाइल, चांदी के बर्तन थे।
उन्होंने बताया कि घायल हालत में बड़ा गिरजा के पास बैठकर कराह रहे थे। तभी वहां से रेलकर्मी प्रमोद नगई निकले और घर से कपड़े लेकर आए। हालांकि नागा साधु ने नियमों का हवाला देकर पहनने से मना कर दिया। प्रमोद उन्हें घर ले गए और वहां से उनके गुरु भाई के आश्रम पहुंचा दिया। भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ता उन्हें लेकर तोरवा थाने पहुंचे तो उन्होंने जगह को पहचान लिया। इसके बाद शिकायत लेकर IG ऑफिस भी गए।
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