नई दिल्लीः होली का महापर्व आने वाला है, जिसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं। इस बीच देश के कई इलाकों में मौसम का मिजाज भी बदलता जा रहा है।
पहाड़ों के कुछ जगह बर्फबारी और बारिश देखने को मिल रही है, जिससे आवाजाही भी प्रभावित हो हुई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार मध्य और पश्चिम भारत के कई इलाकों में में घनी बारिश भी देखने को मिल सकती है
दक्षिण-मध्य प्रदेश पर भी साइक्लोन सर्कुलेशन का खतरा मंडरा रहा है, जिससे आसमान में काले बादल छाए हुए हैं। इसके प्रभाव के चलते पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा में आंधी और गरज के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज मूसलाधार बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। इसके अलावा जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भी बारिश और ओले पड़ने की उम्मीद है।
वहीं, उत्तर पश्चिम भारत के अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री और पश्चिम भारत में 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी होने की संभावना बनी हुई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार ग्लोबल वैदर पैटर्न ला नीना का शीतकालीन प्रभाव कम होने लगा है। इसके प्रभाव से अप्रैल की शुरुआत में तपती गर्मी देखने को मिल सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक वैश्विक मौसम पैटर्न ला नीना का शीतकालीन प्रभाव अब कम होने लगा है और अप्रैल में ये बिल्कुल न्यूट्रल हो जाएगा, जिसके बाद लोगों को भीषण गर्मी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि मानसून के समय ला नीना फिर से वापसी कर सकता है।
वहीं इस साल एल नीनो का भी ज्यादा असर पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे सकता, जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है। मालूम हो कि एल नीनो को ENSO के गर्म चरण के तौर पर जाना जाता है।
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