चित्रगुप्तनगर : जिला मुख्यालय के चित्रगुप्तनगर थाना स्थित वीआइपी कॉलोनी के पीछे झोपड़पट्टी में सोमवार की दोपहर एक झोपड़ी में आग लगने से गुरु-शिष्या की मौत हो गई। झोपड़ी से उठी आग की लपटों को देख आसपास के लोग दौड़ पड़े और आग पर काबू पाया। फिर गुरु-शिष्या को लेकर सदर अस्पताल गए। जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
सूचना पर प्रशिक्षु डीएसपी सह चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी, संजीव कुमार समेत अन्य अधिकारी वहां पहुंचकर मामले की पड़ताल की। दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया और स्वजनों को सौंप दिया गया।
इधर, चर्चा है कि गोगरी क्षेत्र का उत्तम राम अपनी बहन के साथ खगडिय़ा की झोपड़पट्टी में रहता था और बाद में अपनी झोपड़ी बना ली। उसी झोपड़पट्टी में स्वजनों के साथ रहने वाली एक युवती को वह पढ़ाने लगा।
युवती के एक रिश्तेदार अजीत कुमार का आरोप है कि उसकी साली की शादी होली बाद बलिया में होने वाली थी। उत्तम उस पर गलत निगाह रख रहा था। सोमवार की दोपहर जब मृतका के पिता ठेला पर सामान बेचने व मां किसी काम से कोर्ट गई थी, तब उत्तम युवती को घर से खींचकर अपने झोपडी में ले गया। ताला लगा दिया और पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिया। कई लोगों का कहना हुआ कि युवती आग लगने के बाद झोपड़ी के अंदर से चिल्लाती थी, मगर उसे बचा नहीं पाया।
डीएसपी सह थानाध्यक्ष चित्रगुप्तनगर ज्योति कुमारी ने कहा कि दोनों मृतक के स्वजनों की अर्जी पर यूडी केस दर्ज किया गया है। पड़ताल में सामने आएगा कि मामला क्या है। वहीं, इस मामले को लेकर तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
घटना के बाद तरह-तरह के हो रहे चर्चे
इस घटना के बाद लोगों के बीच तरह-तरह के चर्चे हो रहे हैं। इसकी जानकारी लगातार लोग एक-दूसरे को दे रहे हैं। इस बीच पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है। अभी तक स्पष्ट कारण का पता नहीं चला है।
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