पुणेः सेना भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुणे पुलिस द्वारा मेजर रैंक के 45 वर्षीय सेवारत अधिकारी को तमिलनाडु के वेलिंगटन से गिरफ्तार किया है।
मेजर थिरु मुरुगन तनगवेलू को पुणे की अदालत में पेश किया गया और आठ दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए गए आठ अन्य आरोपियों से पूछताछ के दौरान मुरुगन का नाम इस मामले में सामने आया। मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि मेजर मुरुगन ने अपने फोन से इस मामले के अन्य आरोपियों को कागज भेजे थे। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसआर नवांदर की अदालत के समक्ष सुनवाई के दौरान, सरकारी वकील प्रेम कुमार अग्रवाल ने कहा कि मेजर मुरुगन की रिमांड आगे की पूछताछ के लिए जरूरी है।
अग्रवाल ने कहा, “आरोपी ने व्हाट्सएप के माध्यम से परीक्षा पेपर को अन्य अभियुक्तों के साथ साझा किया। हमें इस बात की जांच करने की आवश्यकता है कि उसे प्रश्नपत्र कहां से मिला और सभी इस सिंडिकेट और कौन-कौन शामिल हैं।”
सरकारी वकील ने कहा, “मामले में गिरफ्तार अन्य अभियुक्त एक प्रशिक्षण संस्थान चला रहे थे और उन्होंने कथित रूप से मेजर मुरुगन के माध्यम से लीक प्रश्नपत्रों की आपूर्ति की।” मेजर मुरुगन की ओर से पेश वकील राहुल लोणडकर ने कहा कि उनकी हिरासत की कोई जरूरत नहीं है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और मोबाइल सहित सभी सामग्रियों को पुलिस ने जब्त कर लिया है। इस मामले में अबतक दो मेजर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि पुणे की जबरन वसूली रोधी इकाई की एक टीम प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली गयी थी।
वह वहां सैन्य खुफिया इकाई के साथ मिलकर काम कर रही थी। 28 फरवरी को पुणे के बीईजी सेंटर और देशभर में 40 अन्य स्थानों पर पर आर्मी रिलेशन रिक्रूटमेंट परीक्षा होनी थी लेकिन इस लीक के चलते उसे रद्द करना पड़ा था।
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