रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज बस्तर में कथित नक्सली महिला की आत्महत्या का मामला सदन में गुंजा । भाजपा सदस्यों ने स्थगन प्रस्ताव लाकर इस मामले में चर्चा कराए जाने की मांग की। सभापति ने प्रस्ताव की सूचना देरी से मिलने पर इसे विचाराधीन बताया। इसके बाद भाजपा सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया इस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
शून्यकाल में आज भाजपा सदस्यो ने बस्तर में पोलिस अभिरक्षा में कथित महिला नक्सली की आत्महत्या का मामले में स्थगन प्रस्ताव लाकर इस स्वीकार कर तत्काल सदन में चर्चा कराये जाने की मांग की। भाजपा सदस्य शिव रतन शर्मा ने कहा की बस्तर के एक महिला सहित कुछ लोगो को नक्सली बताकर उठाकर ला लिया जाता है। अभिरक्षा में दिनभर रखने के बाद महिला ने आत्महत्या करने की जानकारी उसके परिवार को दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बस्तर में सरेंडर कराने का नाटक कराया जा रहा है।
अजय चंद्राकर ने इस मामले कहा कि मृतका के पिता खुद कह रहे है कि उसकी बेटी नक्सली नही है।सुबह से शाम तक पिता को उसकी बेटी से मिलने नही दिया जाता है और फिर उसकी आत्महत्या की खबर दी जाती है। सौरभ सिंह ने आरोप लगाया कि बस्तर में सरेंडर करने का फर्जीवाड़ा का खेल चल रहा है।अन्य भाजपा सदस्यो ने भी इस मामले में अपनी बातें रखते हुए सभापति से स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर तत्काल इस पर चर्चा कराये जाने की मांग की।
सभापति ने भाजपा सदस्यो की बात सुनने के बाद स्थगन की सूचना देरी से दिए जाने का हवाला देते हुए स्थगन प्रस्ताव को विचाराधीन बताते हुए सदन की कार्यवाही आगे बढ़ा दी। जिससे नाराज होकर भाजपा सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के किये स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही पुन: शुरू हुई।
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